जगदलपुर: अमृत मिशन योजना के तहत बनाई जा रही सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की योजना अधर में है. शहर के 11 नालों का पानी दलपत सागर और इंद्रावती नदी में ना जाए इस उद्देश्य से ट्रीटमेंट प्लांट तैयार किया जा रहा है. लेकिन इसके निर्माण का काम कछुआ गति से चल रहा है. नगर निगम 54 करोड़ रुपये की लागत से बालीकोंटा में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगा रहा है. सालों पुरानी मांग को पूरा करते हुए नगर निगम ने इस काम को तो शुरू करवा दिया है. लेकिन काम समय पर पूरा होगा इसकी कोई उम्मीद नहीं दिख रही है.
2 साल के अंदर ट्रीटमेंट प्लांट पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. लेकिन कंपनी डेढ़ साल में अब तक केवल 30 फीसदी काम ही पूरा कर पाई है. यह काम कब तक पूरा होगा इसे लेकर कंपनी के कर्मचारी चुप्पी साधे हैं.
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नगर निगम ने यह काम नई दिल्ली की कंपनी को दिया है. बीते 18 जुलाई को कलेक्टर रजत बंसल ने निगम के अधिकारियों के साथ इस काम का जायजा लिया था. उन्होंने कंपनी को काम तय समय में पूरा करने के निर्देश दिए थे. इस ट्रीटमेंट प्लांट में हर दिन 25 लाख लीटर पानी साफ किया जाएगा. साफ पानी का उपयोग सिंचाई के लिए किया जाएगा.
2 जुलाई 2021 तक का दिया गया समय
महापौर का कहना है कि सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाने के लिए कंपनी को 2 जुलाई 2021 तक का समय दिया गया है. यदि इस काम को कंपनी तय समय पर पूरा नहीं कर पाती है तो एनजीटी के आदेश के तहत कंपनी से हर दिन 1 लाख रुपये की वसूली की जाएगी. निगम यह काम अमृत मिशन योजना के तहत हो रहा है. इस सिस्टम की देखरेख कंपनी 15 साल तक करेगी. इसके लिए अलग से पौने 11 करोड़ रुपये दिए जाएंगे.