जगदलपुर: बस्तर में रेल लाईन विस्तार के लिए प्रस्तावित रावघाट रेल परियोजना में स्टेशन निर्माण के लिए भू अधिग्रहण में बड़ा घोटाला सामने आया है. अफसर, कर्मियों और हितग्राहियों की सांठगांठ से इस पूरी जालसाजी में सरकार को 150 करोड़ से अधिक रुपयों का चूना लगाया गया है. पूर्व IAS समेत बस्तर के कांग्रेस नेता की पत्नी को भी मामले में आरोपी बनाया गया है.
मामला बस्तर की जगदलपुर-रावघाट रेललाइन के लिए भूमि अधिग्रहण का है. जिसमें जगदलपुर ब्लॉक के कंगोली, अघनपुर, घाटपदमूर और पल्ली के 108 खाताधारकों की जमीन रेललाइन और स्टेशन के लिए ली गई थी. नगर निगम क्षेत्र में शामिल कंगोली में सबसे ज्यादा 46.66 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की गई है. इसकी एवज में मात्र 36.52 करोड़ का मुआवजा दिया गया है.
9 प्रशासनिक अधिकारियों की मिली भगत
अधिकारियों ने ग्रामीण इलाके की जमीन को शहरी और निगम के इलाके का बताकर मुआवजे की गणना की गई और इसमें सिर्फ दो जमीन मालिक बली नागवंशी और निलिमा टीवी रवि जो कि कांग्रेस नेता की पत्नी है. उन्हें सबसे ज्यादा 95 करोड रूपये का फायदा पंहुचाया गया और इसके लिए 9 प्रशासनिक अधिकारियों की मिली भगत से इस बडे स्कैम को अंजाम दिया गया.
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तीन सदस्यीय टीम ने किया पर्दाफाश
मामले की शिकायत के बाद कलेक्टर डॉ. अय्याज तंबोली ने SDM, SLR और दरभा के तहसीलदार की तीन सदस्यीय समिति से जांच करवाई थी, जिसकी प्रारंभिक रिपोर्ट कमिश्नर सहित सामान्य प्रशासन और पुलिस को भेजी गई है. वहीं कलेक्टर की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट पर पुलिस ने दो भू स्वामियों समेत 9 लोगों पर FIR दर्ज की है.
6 अफसरों सहित 3 कर्मचारियों का नाम शामिल
CSP हेमसागर सिदार ने बताया कि 'रिपोर्ट के आधार पर आरोपियों को लाभ पहुंचाने के लिए मिलीभगत कर सरकारी धन को नुकसान पहुंचाया गया है. इन पर आपराधिक षड़यंत्र, धोखाधड़ी, कूटरचना के आरोप में जुर्म दर्ज किया गया है. जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी.