जगदलपुर: कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए सार्वजनिक परिवहन पर सरकार ने पाबंदी लगा दी थी. बाद में परिवहन सेवा शुरू करने की इजाजत नियम और शर्तों के तहत बस ऑपरेटरों को दी गई. लेकिन जगदलपुर में ऑपरेटरों ने परिवहन सेवा दोबारा शुरू ही नहीं की. ऐसे में आम आदमी को एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
वहीं नगर निगम की सिटी बसों को फिर से शुरू करने की मांग लगातार उठ रही है. बावजूद अब तक ऑपरेटरों ने फिर से बसों का संचालन शुरू नहीं किया. अब फिर से नए टेंडर प्रक्रिया निकालने की बात कही जा रही है. वहीं पिछले 2 साल से नया टेंडर नहीं होने की वजह से लाखों रुपए के सिटी बसें गैरेज और यार्ड में खड़े-खड़े कबाड़ हो रही है. वहीं निगम आयुक्त नई टेंडर प्रक्रिया पूरा करके जल्द सिटी बस सेवा शुरू करने का दावा कर रहे हैं.
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दरअसल, 5 साल पहले जिले में सिटी बस सेवा की शुरुआत की गई थी. जिसके तहत राज्य सरकार ने नगर निगम को 10 सिटी बसें दी थी, लेकिन इस योजना का लाभ लोगों को कुछ महीने ही मिल पाया. पिछले 2 सालों से सिटी बसें निगम के यार्ड में खड़े-खड़े धूल खा रही है. निगम आयुक्त ने जानकारी देते हुए बताया कि निगम ने 5 साल पूर्व सिटी बसों के संचालन के लिए टेंडर प्रक्रिया निकाली थी. कुछ महीने ऑपरेटरों ने बसों का संचालन करने के बाद इसे बंद कर दिया. आयुक्त का कहना है कि ऑपरेटर द्वारा जमा राशि से इन बसों को फिर से बनाया जाएगा और टेंडर निकाला जाएगा. अगर टेंडर नहीं होता है तो निगम इन बसों का संचालन करेगी. इसके लिए कुछ महीनों का समय लग सकता है.
आयुक्त का कहना है कि बसों को कबाड़ में बेच दिया जाएगा और नई बसें खरीदी जाएगी, जल्द ही ग्रामीण अंचलों में सिटी बस सेवा का लाभ लोगों को मिल सके इसके लिए संचालन की प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी कर ली जाएगी.
आम जनता उठा रही खामियाजा
गौरतलब है कि, कोरोना काल के पहले से बंद हुई है सिटी बस सेवा अब राज्य सरकार के गाइडलाइन के बावजूद भी दोबारा शुरू नहीं हो सकी है. वहीं की अनदेखी और रखरखाव के अभाव में अब यह सिटी बसें कबाड़ हो चुकी हैं. ऐसे में सिटी बस सेवा दोबारा बस्तर वासियों को कब से मिल पाएगी यह कहना मुश्किल है. निगम की लापरवाही का नतीजा बस्तर के ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है.