जगदलपुर: बस्तर, जिसे सुनकर आपके जेहन में लाल आतंक की छवि सामने आ जाती है. लोग नाम सुनते ही सिहर जाते हैं, डर जाते हैं, उन्हें नक्सलियों का चेहरा ही दिखाई देने लगता है पर इन सब से इतर प्रकृति ने बस्तर को खूबसूरत प्राकृतिक संसाधनों से नवाजा है, संवारा है, जिसे देखकर आप लाल आतंक का खौफ भूल जाएंगे और बस्तर की खूबसूरती को निहारते ही रह जाएंगे.
चित्रधारा जलप्रपात का मोहक नजारा
इसका ताजा उदाहरण शहर से मात्र 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित चित्रधारा जलप्रपात है. यह जलप्रपात प्राकृतिक सौंदर्य से भरा हुआ है. बताया जाता है कि 12 महीने इस जलप्रपात से पानी बहता रहता है, लेकिन पर्यटन विभाग की अनदेखी की वजह से यहां स्थानीय लोगों के अलावा पर्यटक नहीं पहुंच पाते हैं. जलप्रपात के जीर्णोद्धार के लिए पर्यटन विभाग बिल्कुल भी संजीदा नहीं है.
चित्रधारा बस्तर का खूबसूरत पर्यटन स्थल
चित्रधारा के इस खूबसूरत जलप्रपात को निहारने पहुंचे कुछ स्थानीय पर्यटकों का कहना है कि, 'चित्रधारा जलप्रपात बस्तर के खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक है, लेकिन प्रशासन और पर्यटन विभाग की अनदेखी के चलते यहां इस क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित नहीं किया गया है.'
सुरक्षा का ख्याल नहीं
इस जलप्रपात के आस-पास सुरक्षा की दृष्टि से कोई भी रेलिंग नहीं लगाई गई है और न ही यहां पर्यटकों के बैठने के लिए कोई सुविधा है. यहां तक की इस जलप्रपात की जानकारी पर्यटकों तक पहुंचे, इसके लिए प्रशासन ने यहां कोई सूचना बोर्ड भी नहीं लगाया है, जो सड़क जलप्रपात तक पहुंचती है, वह पूरी तरह से खराब है.
पर्यटकों का कहना है कि, 'पर्यटन विभाग को इस पर्यटन स्थल को भी चित्रकोट और तीरथगढ़ की तरह डेवलप करना चाहिए ताकि देश दुनिया से बस्तर आने वाले पर्यटक इस चित्रधारा जलप्रपात की खूबसूरती भी निहार सके. साथ ही पर्यटकों के यहां आने से स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिल सके.'
पढ़ें- World Tourism Day: कुदरत का करिश्मा, यहां उल्टा बहता है पानी, उछलती है जमीन
ये भी मोह रहे मन
बस्तर में चित्रधारा जलप्रपात जैसे मंडवा जलप्रपात , तामड़ाघूमर जलप्रपात, मेन्द्रिघुमर जलप्रपात और कांगेर जलधारा जैसे आधा दर्जन से अधिक जलप्रपात और गुफाएं हैं, जो बस्तर के पर्यटन स्थलों के सूची से गुमनाम हैं.
प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण इन जलप्रपातों की पर्यटन विभाग की अनदेखी के चलते देश-दुनिया से बस्तर पहुंचने वाले पर्यटक इन खूबसूरत पर्यटन स्थलों से पूरी तरह से अनजान बने हुए हैं.