बस्तर: बस्तर की महिलाओं का महासंग्राम आज दिखा. बस्तर संभाग में स्वसहायता समूह की महिलाओं ने नेशनल हाईवे 30 को जाम कर दिया. प्रदर्शनकारी महिलाओं ने मुख्यमंत्री के नाम बस्तर कलेक्टर को ज्ञापन भी दिया है. दरअसल आंगनबाड़ी में रेडी टू ईट को सरकार ने पिछले दो सालों से बंद कर दिया है. इससे बस्तर की स्वसहायता समूह की महिलाएं बेरोजगार हो गई हैं. लिहाजा रोजी रोटी के संकट से परेशान महिलाओं ने अब मोर्चा खोल दिया है.
ये है पूरा मामला: बस्तर की महिलाओं ने कांग्रेस की बघेल सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. समूह की महिलाओं ने कृषि मंडी में धरना प्रदर्शन किया. फिर रैली निकालकर कुम्हडाकोट पहुंची. यहां उन्होंने अपनी मांगों को लेकर नेशनल हाइवे 30 को जाम कर दिया. महिलाओं के प्रदर्शन की वजह से सड़क पर वाहनों की लंबी कतार लग गई. हालांकि 1 घंटे के बाद चक्का जाम को खत्म कर दिया गया.
"2 साल से रेडी टू ईट को बंद कर दिया गया है. इस कारण यहां काम करने वाली महिलाएं और उनका पूरा परिवार बेरोजगार हो गया है. सभी के पास कोई काम नहीं है. खाने-पीने के लाले पड़ गए हैं. यही कारण है कि आज महिलाएं सड़क पर उतरकर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहीं हैं. हम लोगों ने अपना काम वापस मांगने के लिए हड़ताल किया है"-माधुरी साहू, प्रदेश सचिव, स्व सहायता समूह संघ
बस्तर की महिलाओं की आंदोलन की चेतावनी: बस्तर की स्वसहायता समूह की महिलाएं बघेल सरकार से नाराज हैं. उन्होंने नेशनल हाईवे जाम के बाद मुख्यमंत्री के नाम बस्तर कलेक्टर को ज्ञापन दिया है. महिलाओं ने यह चेतावनी भी दी है कि यदि जल्द से जल्द मांगें पूरी नहीं होती है तो आने वाले दिनों में उग्र आंदोलन करेंगे.