जगदलपुर: पूरे देश में कोरोनावायरस ने कोहराम मचा रखा है. देश महामारी से जूझ रहा है. इस आपदा की घड़ी में एक छोटा सा योगदान भी बहुमूल्य है. लगातार लोगों की ओर से मदद के हाथ आगे आ रहे हैं.
इसी कड़ी में आदिवासी बाहुल्य बस्तर के राजमहल के द्वार लोगों की मदद के लिए खोल दिए गए हैं. राजमहल के अंदर लोगों की मदद के लिए हर दिन सैकड़ों की संख्या में राशन सामग्री के पैकेट और ताजी सब्जियां पहुंचाई जा रही हैं.
कुछ इसी तरह की आपदा आज से तीन दशक पहले 1966 में आई थी. उस वक्त बस्तर में भंयकर अकाल पड़ा था और लोग दाने-दाने को मोहताज हो गए थे. उस वक्त भी राजपरिवार का दरवाजा लोगों की मदद के लिए खोल दिया गया था.