ETV Bharat / state

बस्तरवासियों को पासपोर्ट ऑफिस का वर्षों से इंतजार, 300 किलोमीटर सफर तय करके बनाना पड़ता है पासपोर्ट

बस्तरवासियों को पासपोर्ट ऑफिस का वर्षों से इंतजार करना पड़ रहा है. यहां के लोग 300 किलोमीटर सफर तय करके पासपोर्ट बनाना पड़ता है. अभी भी पासपोर्ट ऑफिस की राह बस्तरवासी देख रहे हैं.

Bastar Headquarters
बस्तर मुख्यालय
author img

By

Published : May 10, 2022, 7:48 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST

बस्तर: बस्तर में हवाई सेवा शुरू हुए सालों बीत गए हैं. अब बस्तर देश के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से भी सीधे जुड़ चुका है. इस हवाई अड्डे से यात्री हर रोज अन्य बड़े शहरों के अलावा विदेश यात्रा पर भी जा रहे हैं. हालांकि यहां की जनता के लिए यात्रा करने के लिए एक बड़ी परेशानी बनी हुई है. क्योंकि बस्तर वासियों का पासपोर्ट ऑफिस का इंतजार अभी भी खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. यहां पर हर महीने सैकड़ों की संख्या में पासपोर्ट के लिए आवेदन किया जाता है. इस दौरान लोगों को पासपोर्ट पाने के लिए राजधानी रायपुर 300 किलोमीटर तक जाना पड़ता है. हाल में ही शुरू हुई पैरामिलिट्री फोर्स के लिए इंडिगो फ्लाइट से कवायद लगाई जा रही है. बहुत जल्द इंडिगो फ्लाइट बस्तर के आम जनता को भी लाभ देगी. अभी भी पासपोर्ट ऑफिस की राह बस्तरवासी देख रहे हैं.

बस्तरवासियों को पासपोर्ट ऑफिस का वर्षों से इंतजार

यह भी पढ़ें: कोरबा के युवा इंजीनियर का इंडिया बुक्स ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज, सिक्कों का किया है कलेक्शन

बस्तर जिला मुख्यालय जगदलपुर में पासपोर्ट ऑफिस खोलने की कवायद साल 2019 में शुरू की गई थी, लेकिन 4 साल बीतने के बाद भी अब तक बस्तर में पासपोर्ट कार्यालय नहीं खुल सका है. इससे बस्तर वासियों में इसको लेकर काफी नाराजगी देखी जा रही है. पासपोर्ट ऑफिस न खुलने पर बस्तर के व्यापारियों का कहना है कि कई सालों से जगदलपुर शहर में पासपोर्ट ऑफिस खोलने की बात कही गई थी और इससे उम्मीद जगी थी. बस्तर में पासपोर्ट ऑफिस खुल सकेगा तो बस्तर वासियों को पासपोर्ट बनाने के लिए राजधानी रायपुर 300 किलोमीटर की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी. हैरानी की बात ये है कि प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद और कांग्रेस के घोषणा के बाद भी अब तक पासपोर्ट कार्यालय नहीं खुल सका है.

साल 2019 में घोषणा के बाद प्रशासन द्वारा इसके लिए स्थान चयन कर दो कर्मचारियों की नियुक्ति भी कर दी गयी थी. फिर कोरोना काल के बाद ऑफिस खोलने की तैयारी पूरी तरह से सुस्त पड़ गई है. बस्तर के स्थानीय व्यापारी अनिल लुक्कड़ ने कहा कि बस्तर संभाग से पासपोर्ट के लिए हर महीने सैकड़ों की संख्या में आवेदन किया जाता है. आवेदन के बाद राजधानी रायपुर वेरिफिकेशन के लिए जाना होता है. जगदलपुर शहर में पासपोर्ट कार्यालय खुल जाने से समय के साथ पैसे की भी बचत हो सकेगी.

वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि कोरोनाकाल के बाद अब सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू हो चुकी है और बस्तर के कई लोग अभी भी पासपोर्ट के अभाव में देश के बाहर नहीं जा पा रहे हैं. ऐसी सुविधाओं को लेकर बस्तर के जनप्रतिनिधियों को भी पहल करनी चाहिए.

बस्तर कलेक्टर रजत बंसल का कहना है कि बस्तर वासियों को हवाई सेवा से जोड़ने के लिए और इसका पूरा लाभ देने के लिए प्रशासन द्वारा पूरी कोशिश की जा रही है. वहां के लिए जगह चयनित कर 2 स्टाफ की भर्ती भी की गई है, लेकिन पिछले 2 साल से कोरोनाकाल की वजह से पासपोर्ट कार्यालय का सेटअप नहीं हो पाया है. इसे जल्द से जल्द सेटअप करने का कार्य प्रशासन द्वारा किया जा रहा है.

बस्तर: बस्तर में हवाई सेवा शुरू हुए सालों बीत गए हैं. अब बस्तर देश के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से भी सीधे जुड़ चुका है. इस हवाई अड्डे से यात्री हर रोज अन्य बड़े शहरों के अलावा विदेश यात्रा पर भी जा रहे हैं. हालांकि यहां की जनता के लिए यात्रा करने के लिए एक बड़ी परेशानी बनी हुई है. क्योंकि बस्तर वासियों का पासपोर्ट ऑफिस का इंतजार अभी भी खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. यहां पर हर महीने सैकड़ों की संख्या में पासपोर्ट के लिए आवेदन किया जाता है. इस दौरान लोगों को पासपोर्ट पाने के लिए राजधानी रायपुर 300 किलोमीटर तक जाना पड़ता है. हाल में ही शुरू हुई पैरामिलिट्री फोर्स के लिए इंडिगो फ्लाइट से कवायद लगाई जा रही है. बहुत जल्द इंडिगो फ्लाइट बस्तर के आम जनता को भी लाभ देगी. अभी भी पासपोर्ट ऑफिस की राह बस्तरवासी देख रहे हैं.

बस्तरवासियों को पासपोर्ट ऑफिस का वर्षों से इंतजार

यह भी पढ़ें: कोरबा के युवा इंजीनियर का इंडिया बुक्स ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज, सिक्कों का किया है कलेक्शन

बस्तर जिला मुख्यालय जगदलपुर में पासपोर्ट ऑफिस खोलने की कवायद साल 2019 में शुरू की गई थी, लेकिन 4 साल बीतने के बाद भी अब तक बस्तर में पासपोर्ट कार्यालय नहीं खुल सका है. इससे बस्तर वासियों में इसको लेकर काफी नाराजगी देखी जा रही है. पासपोर्ट ऑफिस न खुलने पर बस्तर के व्यापारियों का कहना है कि कई सालों से जगदलपुर शहर में पासपोर्ट ऑफिस खोलने की बात कही गई थी और इससे उम्मीद जगी थी. बस्तर में पासपोर्ट ऑफिस खुल सकेगा तो बस्तर वासियों को पासपोर्ट बनाने के लिए राजधानी रायपुर 300 किलोमीटर की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी. हैरानी की बात ये है कि प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद और कांग्रेस के घोषणा के बाद भी अब तक पासपोर्ट कार्यालय नहीं खुल सका है.

साल 2019 में घोषणा के बाद प्रशासन द्वारा इसके लिए स्थान चयन कर दो कर्मचारियों की नियुक्ति भी कर दी गयी थी. फिर कोरोना काल के बाद ऑफिस खोलने की तैयारी पूरी तरह से सुस्त पड़ गई है. बस्तर के स्थानीय व्यापारी अनिल लुक्कड़ ने कहा कि बस्तर संभाग से पासपोर्ट के लिए हर महीने सैकड़ों की संख्या में आवेदन किया जाता है. आवेदन के बाद राजधानी रायपुर वेरिफिकेशन के लिए जाना होता है. जगदलपुर शहर में पासपोर्ट कार्यालय खुल जाने से समय के साथ पैसे की भी बचत हो सकेगी.

वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि कोरोनाकाल के बाद अब सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू हो चुकी है और बस्तर के कई लोग अभी भी पासपोर्ट के अभाव में देश के बाहर नहीं जा पा रहे हैं. ऐसी सुविधाओं को लेकर बस्तर के जनप्रतिनिधियों को भी पहल करनी चाहिए.

बस्तर कलेक्टर रजत बंसल का कहना है कि बस्तर वासियों को हवाई सेवा से जोड़ने के लिए और इसका पूरा लाभ देने के लिए प्रशासन द्वारा पूरी कोशिश की जा रही है. वहां के लिए जगह चयनित कर 2 स्टाफ की भर्ती भी की गई है, लेकिन पिछले 2 साल से कोरोनाकाल की वजह से पासपोर्ट कार्यालय का सेटअप नहीं हो पाया है. इसे जल्द से जल्द सेटअप करने का कार्य प्रशासन द्वारा किया जा रहा है.

Last Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.