जगदलपुर : आम बजट को बस्तरवासियों ने संतुलित बजट बताया है. हालांकि इस बजट से बस्तरवासियों को भी काफी उम्मीदे थी. बस्तर में रेल सुविधाओं के विस्तार के लिए इस बजट में कुछ नहीं मिला. वहीं क्षेत्र में उद्योगों को लेकर भी इस बजट में कोई घोषणा नहीं हुई. हालांकि बस्तरवासियों ने पूरे बजट को किसानों के लिए राहत भरा बताया.
कोरोना काल में बस्तर के व्यापारियों को उम्मीद थी कि टैक्स में कुछ राहत मिल सकती है. लेकिन इसमें किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया. पेट्रोल- डीजल के बढ़ते दाम में किसी तरह की राहत नहीं मिलने पर बस्तरवासी खासे नाराज दिखे.
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पोषण अभियान में बस्तर के तीन जिले शामिल
बस्तर के स्थानीय लोगों का कहना है कि बस्तर में जिस तरह से कुपोषण का प्रतिशत बढ़ रहा है, ऐसे में केंद्र सरकार ने पूरे देशभर के 112 जिलों में बस्तर, कोंडागांव और दंतेवाड़ा को भी पोषण अभियान में शामिल किया है. वहीं रेल सुविधाओं को लेकर किसी तरह की घोषणा नहीं होने पर लोगों में निराशा देखने को मिली. कुछ लोगों का कहना है कि 75 साल के बुजुर्गों को इनकम टैक्स माफ करने का सरकार का यह फैसला सराहनीय है. वहीं बस्तर के कुछ स्थानीय लोगों ने इससे झुनझुना बताया है.
किसानों को दिया गया पैकज सराहनीय
लोगों का कहना है कि अगर 75 वर्ष के आयु की जगह 60 से 65 वर्ष आयु होती तो ज्यादा राहत मिलती. इसके अलावा कुछ लोगों का कहना है कि सरकार ने सभी वर्गों को ध्यान में रखते हुए या बजट पेश किया है. हालांकि कुछ चीजें महंगी हुई हैं, लेकिन कई चीजें सस्ती भी हुई है. सरकार को चाहिए था कि टैक्स को भी लेकर कुछ राहत व्यापारियों को देती. स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि इस बजट में किसानों की आय दोगुना करने पर जो किसानों के लिए पैकेज और आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए जो पैकेज जारी किया गया है वह सराहनीय है.