बस्तर: छत्तीसगढ़ ओडिशा बॉर्डर के चांदामेटा गांव में इस साल पहली बार लोकतंत्र का तिहार मनाया जाएगा. इस बार इस गांव में पोलिंग बूथ बन जाने के कारण गांव के लोग अपने ही गांव में वोट डालेंगे. दरअसल, ये गांव ओडिशा और बस्तर का सरहदी इलाका है. इस गांव में पोलिंग बूथ न होने के कारण लोग कई किलोमीटर का सफर तय करके छिंदगुर पहुंचकर वोट देते थे. सालों से गांव के लोगों की डिमांड थी कि गांव में ही पोलिंग बूथ बनाया जाए. लोगों की ये डिमांड इस बार पूरी हो गई. बस्तर में इस बार 8 नए पोलिंग बूथ बनाए गए हैं, जिसमें एक पोलिंग बूथ चांदामेटा गांव में भी खोला गया है. यानी कि इस बार अपने गांव में ही चांदामेटा के ग्रामीण वोट डालेंगे.
ग्रामीणों की मांग पर खुला नया मतदान केन्द्र: बस्तर कलेक्टर विजय दयाराम के ने जानकारी दी कि चांदामेटा के ग्रामीणों ने नए मतदान केन्द्र की डिमांड की थी. उनकी डिमांड पर चांदामेटा स्कूल में मतदान केन्द्र बनाया गया है. इससे स्थानीय मतदाताओं को कई किलोमीटर का सफर तय करके छिंदगुर पहुंचकर वोट नहीं देना होगा.
जिले के अंतिम छोर में बसे चांदामेटा इलाके में मतदाताओं को चुनाव के दौरान दिक्कतें होती है. मतदाताओं को कई किलोमीटर का सफर तय करके छिंदगुर पहुंचकर मत देने पड़ता था. ग्रामीणों की मांग पर पहली बार चांदामेटा में नया मतदान केंद्र बनाया गया है.इससे लोगों को दिक्कत नहीं होगी. -विजय दयाराम के, कलेक्टर, बस्तर
इस बार 781 पोलिंग बूथ: साल के अंत में छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव है. चुनाव की तैयारियों में हर एक पार्टी के साथ ही चुनाव आयोग भी जुट चुकी है. छत्तीसगढ़ का सबसे संवेदनशील संभाग बस्तर में वोटिंग चुनौतियों से भरा होता है. यहां नक्सलियों के खौफ के कारण कई लोग तो पोलिंग बूथ तक पहुंच भी नहीं पाते. बावजूद इसके प्रशासन की ओर से सुरक्षा की पुख्ता तैयारियों के बीच वोटिंग होती है. इस बार बस्तर में 8 नए मतदान केन्दों को बढ़ाया गया है. यानी कि बस्तर में इस बार 781 मतदान केन्द्र होंगे.
8 नए मतदान केन्द्र बनाए गए: इस बारे में बस्तर के कलेक्टर दयाराम के ने जानकारी दी कि साल 2023 विधानसभा चुनाव के मतदाताओं की सूची को पब्लिश किया जा चुका है. सभी पार्टियों के प्रमुख को एक-एक कॉपी दे दी गई है. बस्तर जिले में 3 विधानसभा और एक आंशिक विधानसभा है. इसके आधार पर मतदाताओं की संख्या जारी की जा चुकी है. कुल मतदाताओं की संख्या 5 लाख 29 हजार 19 है. इनमें 18-19 साल के मतदाताओं की संख्या 14 हजार 5 सौ 69 है. 80+ मतदाताओं की संख्या 3 हजार 7 सौ 94 है. इसके अलावा थर्ड जेंडर के 31 मतदाता विधानसभा क्षेत्र में पंजीकृत हैं. साल 2018 में जिले में कुल 773 मतदान केंद्र थे. इस बार 8 मतदान केंद्र और जोड़े गए हैं. यानी कि इस बार बस्तर में 781 मतदान केंद्रों में मतदान होगा.
2022 में पहली बार फहराया गया झंडा: बता दें कि चांदामेटा वही गांव है, जहां साल 2022 में पहली बार तिरंगा फहराया गया. साल 2022 में पूरे देश ने आजादी का अमृत महोत्सव मनाया. इस मौके पर नक्सली खौफ को मात देते हुए बस्तर के चांदामेटा गांव में पहली बार तिरंगा फहराया गया था.