बस्तर: छत्तीसगढ़ में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. छत्तीसगढ़ चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के बीच लड़ाई दिख रही है. इस बीच आम आदमी पार्टी तीसरे पार्टी के तौर पर खुद को छत्तीसगढ़ में मजबूत करने का काम कर रही है. आज तीसरी बार चुनाव को लेकर आप पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान छत्तीसगढ़ आ रहे हैं. ये दोनों बस्तर के लालबाग में एक भव्य सभा को संबोधित करेंगे. पार्टी की ओर से संभावना जताई गई है कि सभा में हजारों लोग पहुंचेंगे. इस सभा की तैयारियां पूरी हो चुकी है.
मूलभूत समस्याओं के लिए जूझ रहे बस्तरवासी: इस दौरे को लेकर आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने जानकारी दी. उन्होंने कहा कि,"छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और भाजपा ने जनता से झूठ बोला है और वादाखिलाफी की है. छत्तीसगढ़ की जनता का विश्वास इन दोनों ही पार्टियों पर नहीं रहा. इन दोनों ही पार्टियों में आदिवासी नेता बड़े-बड़े पदों पर रहे. लेकिन उन्होंने बस्तर के लिए कुछ भी नहीं किया. बस्तर के ग्रामीण आज भी मूलभूत समस्याओं से वंचित हैं. बस्तर में शिक्षा, स्वास्थ्य, बेरोजगारी और बुनियादी समस्याएं सालों से बनी हुई है. आजादी के 76 साल बाद भी बस्तर के ग्रामीण अपना इलाज करवाने के लिए मरीज को खाट में उठाकर अस्पताल पहुंचते हैं. इसके अलावा बस्तर में स्वास्थ्य सेवाएं दम तोड़ रही है. यही कारण है कि छत्तीसगढ़ में आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल बस्तर पहुंच रहे हैं. रायपुर में 9वीं गारंटी देने के बाद बस्तर में आज 10वीं गारंटी देंगे. ये गारंटी बस्तर से जुड़ी समस्याओं से संबंधित होगी."
"समाज को अपने लाभ के लिए इस्तेमाल करना दुर्भाग्यजनक": प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने सर्व आदिवासी समाज की ओर से चुनाव लड़े जाने के बारे में कहा,"किसी भी समाज को अपने लाभ के लिए इस्तेमाल करना दुर्भाग्यजनक है. इसका हम विरोध करते हैं. हालांकि सभी लोगों को अधिकार है कि वे चुनाव लड़े, लेकिन समाज के नाम का इस्तेमाल नहीं करें. क्योंकि समाज किसी एक व्यक्ति का नहीं होता. जब बच्चा मां के गर्भ से जन्म लेता है, तब से वह आदिवासी समाज का हिस्सा बन जाता है. हम भी आदिवासी हैं.
बता दें कि हर एक पार्टी के प्रमुख एक बार बस्तर जरूर जाते हैं. कहा जाता है कि छत्तीसगढ़ के सियासत का रास्ता बस्तर से होकर गुजरता है. बस्तर के 12 विधानसभा सीटों पर जिस पार्टी का कब्जा हो वो सत्ता पर काबिज हो जाता है. फिलहाल बस्तर की 12 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है.यही कारण है कि आप पार्टी भी बस्तर पर खास फोकस कर रही है.