जगदलपुर शहर से लगे बड़े किलेपाल गांव में रहने वाले किसान के बेटे अर्जुन ने बताया कि, 'उसे बचपन से ही खेल के प्रति काफी लगाव था, वर्ष 2017-18 में क्रीड़ा परिसर में आने के बाद कोच संजय मूर्ति के मार्गदर्शन में उसने दो बार राज्य स्तरीय एथेलेटिक्स प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया'.
अर्जुन ने बताया कि, 'ये पहला मौका था जब उसने अंडर 14 में राष्ट्रीय खेल में हिस्सा लिया और हरियाणा के रोहतक में हुए राष्ट्रीय एथलेक्टिस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान में आकर स्वर्ण पदक हासिल किया. अर्जुन ने कहा कि, 'वो आगे भी खेल निरतंर जारी रखेगा और बस्तर के साथ ही प्रदेश का नाम रोशन करेगा.
छात्र के कोच संजय मूर्ति ने बताया कि, 'हरियाणा के रोहतक में 64वीं राष्ट्रीय शाला एथलेटिक्स प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. 8 से 12 फरवरी तक चली इस स्पर्धा में देश के कोने-कोने से खिलाड़ी पहुंचे हुए थे.
प्रतियोगिता में 80 मीटर हर्डल एथलेक्टिस अंडर 14 में सातवीं कक्षा के आदिवासी खिलाड़ी अर्जुन मरकाम ने सबको पछाड़ते हुए इस 80 मीटर की बाधा दौड़ (हेर्डल रेस) में प्रथम स्थान प्राप्त कर स्वर्ण पदक हासिल किया.
उन्होंने कहा कि, 'ये बस्तर ही नहीं बल्कि राज्य के लिए भी गौरव की बात है. अर्जुन इससे पहले भी राज्य स्तर के तवा फेंक, लंबी कूद और 80 मीटर हेर्डल रेस में भी प्रथम रह चुका है. संजय मूर्ति ने बताया कि ये पदक एथलेटिक्स विधा में प्रदेश का इकलौता स्वर्ण पदक है.