जगदलपुर : क्राईस्ट कॉलेज की बीएड की छात्रा ने बस्तर विश्वविद्यालय प्रबंधन पर गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं. छात्रा प्रिया आचार्य ने बताया कि 'उनका चयन बस्तर विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित होने वाले दीक्षांत समारोह में गोल्ड मेडल के लिए किया गया था. लेकिन बाद में विश्वविद्यालय ने उनके स्थान पर किसी अन्य छात्र का चयन कर दिया है'.
इस पर प्रिया आचार्य ने आपत्ति दर्ज करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति से शिकायत की है. साथ ही जांच पूरी नहीं होने तक गोल्ड मेडल देने पर रोक लगाने की मांग की है.
प्रिया आचार्य ने बताया कि 'उन्होंने वर्ष 2014-15 में बीएड में टॉप किया था और इस साल सबसे अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को विश्वविद्यालय की ओर से गोल्ड मेडल दिया जाना था. 5 वर्ष बाद इस महीने 18 फरवरी को दीक्षांत समारोह होना है'.
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बस्तर विश्वविद्यालय की ओर से इस साल 14 जनवरी को जारी की गई लिस्ट में प्रिया आचार्य का नाम गोल्ड मेडल के लिए सबसे पहले था और 2 फरवरी तक दावा आपत्ति मांगी गई थी. दावा आपत्ति के बाद भी प्रिया आचार्य का नाम सबसे पहले था. जिसके बाद बस्तर विश्वविद्यालय की ओर से प्रिया आचार्य को गोल्ड मेडल देने के लिए आमंत्रित भी किया गया.
पहले स्थान से 6वां स्थान दिया गया
इस बीच 3 फरवरी को बस्तर विश्वविद्यालय की ओर से जारी वेब पोर्टल सूची में उनका नाम पहले स्थान से हटाकर 6वें स्थान पर कर दिया गया और चौथे नंबर के छात्र का नाम पहले स्थान पर कर दिया गया.
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दोषियों पर कार्रवाई की मांग
प्रिया ने बताया कि 'इस मामले को लेकर उन्होंने कुलपति से भी मुलाकात की लेकिन उनके द्वारा भी संतुष्टजनक जवाब नहीं मिला. नाराज प्रिया आचार्य और उनके परिजन ने बस्तर विश्वविद्यालय के कुलपति से मांग की है कि मामले की जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की जाए'.