जगदलपुर: किसी भी चुनाव में राजनितिक दलों के लिए सबसे बड़ी समस्या होते हैं बागी. यह समस्या तब और बड़ी हो जाती है जब चुनाव सबसे छोटे क्षेत्र के लिए हो. क्योंकि छोटे से क्षेत्र में वोटरों की संख्या कम होती है और ऐसे में बागी दावेदार हमेशा ही जीत का समीकरण बिगाड़ने में अहम भूमिका निभाते हैं.
जगदलपुर के नगर निगम चुनाव में भी दोनों ही प्रमुख दलों के लिए बागी प्रत्याशी सिरदर्द बन सकते हैं. यहीं वजह है कि जिला स्तर के पार्टी प्रमुख उन्हें मनाने और समझाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं और न मानने वालों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने की भी बात कह रहे हैं.
बागी प्रत्याशियों को मनाने में लगे पदाधिकारी
नगरीय निकाय चुनाव में जगदलपुर नगर निगम में पार्टियों की ओर से टिकट नहीं दिए जाने के बाद निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन भरने वाले दावेदारों में से अधिकतर को तो पार्टी के पदाधिकारियों ने मना लिया है. लेकिन अभी भी कुछ दावेदार ऐसे हैं जिन्होंने अपना नाम वापस नहीं लिया है.
वरिष्ठ पदाधिकारी कर रहे दवा
माना जा रहा है कि चुनाव में यहीं बागी नेता अपनी पार्टियों के लिए समस्या पैदा कर सकते हैं. हालांकि दोनों ही प्रमुख दलों के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने इस बात का दावा किया है कि लगभग सभी बागियों को मना लिया गया है. पर जो अभी भी अपनी जिद पर अड़े हैं उनपर पार्टी की ओर से कड़ी कार्रवाई कर बाहर का रास्ता दिखाया जायेगा.
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अब ऐसे में भाजपा के वरिष्ठ नेता श्रीनिवास राव मद्दी ने भी दावा किया है कि उन्होंने अधिकतर बागियों को मना लिया है और जो नाम वापस नहीं ले पाए हैं. वे भी पार्टी हित में काम करने का वादा कर रहे हैं. लेकिन यदि कोई कार्यकर्ता संगठन को नुकसान पहुंचाने का काम करता है तो पार्टी उन्हें संगठन से बाहर कर देगी.