गौरेला पेण्ड्रा मरवाही: स्थाई जिला मुख्यालय की जगह सेलेक्शन को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है. प्रशासन ने आदिवासी विभाग के आवासीय गुरुकुल परिसर में जिला कलेक्टर कार्यालय और संयुक्त कार्यालय बनाने की पहल की थी. इस पर काफी विवाद भी हुआ. वहीं, मरवाही विधानसभा के लोग सर्वदलीय संघर्ष समिति के बैनर तले मध्य क्षेत्र में जिला मुख्यालय बनाने की मांग कर रहे हैं. इसे लेकर गांव-गांव जन समर्थन मांग रहे हैं. मांग को लेकर 11 अगस्त को मरवाही विधानसभा में महाबंद का आह्वान किया गया है.
11 अगस्त को बुलाया गया बंद: दरअसल, कंपोजिट बिल्डिंग और कलेक्ट्रेट कार्यालय को जिले के मध्य क्षेत्र में बनाने की मांग अब भावनात्मक रूप ले चुकी है. इस मामले में सर्वदलीय मंच के बैनर तले जन समर्थन मांगा जा रहा है. सर्वदलीय मंच से जुड़े लोगों की मानें तो तीनों क्षेत्रों गौरेला पेंड्रा मरवाही के बीच में जिला मुख्यालय बनाया जाए. इसे लेकर सर्वदलीय मंच ने 11 अगस्त को मरवाही और दानीकुंडी साप्ताहिक बाजार को बंद करने का फैसला किया है. इस बंद की जानकारी व्यापारियों और ग्रामीणों को दे दी गई है. उन्होंने भी अपना समर्थन दिया है.
गांवों में लगाई जा रही चौपाल: सभी लोग मिलकर गांव गांव में घूम रहे हैं. सर्वदलीय मंच से जुड़े लोगों की मानें तो सेनेटोरियम अस्पताल और गुरुकुल परिसर को स्वास्थ्य और शिक्षा का आदर्श स्थान बनाने के लिए संरक्षित रखा जाना चाहिए. जीपीएम जिले का कलेक्ट्रेट जिले के मध्य क्षेत्र में बनाया जाना चाहिए. इनकी मांग है कि गौरेला, पेण्ड्रा, मरवाही जिले की सबसे बड़ी आबादी मरवाही ब्लॉक में निवास करती है. इसलिए जिला कलेक्ट्रेट भवन का निर्माण मरवाही ब्लॉक के लोगों की मांग के अनुसार होनी चाहिए.
ये निर्माण भौगोलिक दृष्टि से जिले के मध्य में ऐसी जगह होनी चाहिए, जहां आने-जाने में सभी को लगभग बराबर का समय लगे. यही कारण है कि अपनी मांग को मजबूती से रखकर शासन का ध्यान अपनी ओर करने के लिए 11 अगस्त को मरवाही विधानसभा बंद रखने की बात कही गई है. इसे लेकर डोर टू डोर लोगों से समर्थन मांगा जा रहा है.