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सुपेबेड़ा: 72 मौतों का कारण और बीमारी की वजह का पता लगाने दिल्ली से पहुंचेगी टीम - गरियाबंद न्यूज

केंद्र से तीन या चार सीनियर नेफ्रोलॉजिस्ट 14 जनवरी को सुपेबेड़ा पहुंचेंगे. दिल्ली के मेदांता हॉस्पिटल के साथ-साथ चंडीगढ़ और लखनऊ के भी किडनी रोग विशेषज्ञ शामिल होंगे. सुपेबेड़ा पहुंचकर विशेषज्ञ मौत और बीमारी की वजह जानने की कोशिश करेंगे.

बीमारी की वजह का पता लगाने दिल्ली से पहुंचेगी टीम
72 मौतों का कारण और बीमारी की वजह का पता लगाने दिल्ली से पहुंचेगी टीम
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Published : Jan 10, 2020, 10:56 AM IST

Updated : Jan 10, 2020, 12:22 PM IST

गरियाबंद: 72 मौतों से पूरे प्रदेश को दहला चुके सुपेबेड़ा में किडनी की बीमारी की वजह और उससे हो रही मौतों के कारण को जानने के लिए 14 जनवरी को केंद्र से विशेषज्ञों की टीम आ रही है. ये टीम मौत की वजह का पता लगाएगी साथ ही साथ किडनी की बीमारी फैलने की वजह भी तलाशेगी.

बीमारी की वजह का पता लगाने दिल्ली से पहुंचेगी टीम

इस टीम में दिल्ली चंडीगढ़ और लखनऊ के विशेषज्ञ नेफ्रोलॉजिस्ट मौजूद रहेंगे. इससे पहले राज्य सरकार की विशेषज्ञों की टीम एक दिन पहले पहुंचकर सभी मरीजों की अलग-अलग फाइल तैयार करेगी. इसके बाद केंद्र की टीम, राज्य की टीम के साथ गांव में ही हर विषय पर विस्तृत जानकारी लेगी. ये जांच रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपी जाएगी.

सुपेबेड़ा के महिलाएं और बच्चे
सुपेबेड़ा के महिलाएं और बच्चे

स्पेशलिस्ट करेंगे जांच
राज्यपाल सुश्री अनसूया उईके के सुपेबेड़ा पहुंचने का असर अब नजर आने लगा है. केंद्र के विशेषज्ञ चिकित्सकों की एक टीम सीधे सुपेबेड़ा भेजी जा रही है. यह विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम है. इसमें किडनी रोग स्पेशलिस्ट रहेंगे. ऐसा कहा जा रहा है कि केंद्र से तीन या चार सीनियर नेफ्रोलॉजिस्ट 14 जनवरी को सुपेबेड़ा पहुंचेंगे. इनमें दिल्ली के मेदांता हॉस्पिटल के साथ-साथ चंडीगढ़ और लखनऊ के भी किडनी रोग विशेषज्ञ शामिल होंगे.

मौत और बीमारी की वजह जानने की कोशिश करेंगे

डॉक्टर्स की टीम सुपेबेड़ा गांव का दौरा करेगी और ग्रामीणों से मुलाकात करेगी. इससे पहले विशेष चिकित्सा शिविर बुलाकर एक-एक मरीज की हिस्ट्री, खानपान, रहन-सहन के बारे में एक दिन पहले रायपुर के विशेषज्ञों द्वारा दी गई जानकारी का विश्लेषण करेंगे और ये जानने की कोशिश करेंगे कि आखिर लोगों में ये बीमारी हो क्यों हो रही है.

सुपेबेड़ा की महिला
सुपेबेड़ा की महिला

जांच रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी जाएगी
माना जा रहा है कि यहां की मिट्टी और पानी में क्रोमियम की मात्रा अधिक होने के चलते यहां के लोगों को किडनी की बीमारियां हुई हैं, जिसके चलते इस दृष्टिकोण से विशेष जांच की जाएगी कि ऐसे क्या-क्या कारण हैं जिसके चलते लोगों की किडनी खराब हो रही है. इसके बाद दिल्ली के विशेषज्ञ चिकित्सक मरीजों के लिए जरूरी सलाह देकर वापस लौटेंगे, जांच और निष्कर्ष का परिणाम बाद में केंद्र और राज्य सरकार को भेजेंगे.

अब तक 72 लोगों की हो चुकी है मौत
सुपेबेड़ा छत्तीसगढ़ का एक ऐसा गांव है जहां किडनी की बीमारी से अब तक 72 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसे लेकर राज्य सरकार लंबे समय से काफी परेशान है. बीते दिनों प्रदेश की राज्यपाल अनसूया उइके भी स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के साथ सुपेबेड़ा पहुंच चुकी हैं. इस अवसर पर उन्होंने गांव के लोगों से वादा किया था कि जरूरत पड़ने पर मौतों को रोकने के लिए केंद्र से भी मदद ली जाएगी.

गरियाबंद: 72 मौतों से पूरे प्रदेश को दहला चुके सुपेबेड़ा में किडनी की बीमारी की वजह और उससे हो रही मौतों के कारण को जानने के लिए 14 जनवरी को केंद्र से विशेषज्ञों की टीम आ रही है. ये टीम मौत की वजह का पता लगाएगी साथ ही साथ किडनी की बीमारी फैलने की वजह भी तलाशेगी.

बीमारी की वजह का पता लगाने दिल्ली से पहुंचेगी टीम

इस टीम में दिल्ली चंडीगढ़ और लखनऊ के विशेषज्ञ नेफ्रोलॉजिस्ट मौजूद रहेंगे. इससे पहले राज्य सरकार की विशेषज्ञों की टीम एक दिन पहले पहुंचकर सभी मरीजों की अलग-अलग फाइल तैयार करेगी. इसके बाद केंद्र की टीम, राज्य की टीम के साथ गांव में ही हर विषय पर विस्तृत जानकारी लेगी. ये जांच रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपी जाएगी.

सुपेबेड़ा के महिलाएं और बच्चे
सुपेबेड़ा के महिलाएं और बच्चे

स्पेशलिस्ट करेंगे जांच
राज्यपाल सुश्री अनसूया उईके के सुपेबेड़ा पहुंचने का असर अब नजर आने लगा है. केंद्र के विशेषज्ञ चिकित्सकों की एक टीम सीधे सुपेबेड़ा भेजी जा रही है. यह विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम है. इसमें किडनी रोग स्पेशलिस्ट रहेंगे. ऐसा कहा जा रहा है कि केंद्र से तीन या चार सीनियर नेफ्रोलॉजिस्ट 14 जनवरी को सुपेबेड़ा पहुंचेंगे. इनमें दिल्ली के मेदांता हॉस्पिटल के साथ-साथ चंडीगढ़ और लखनऊ के भी किडनी रोग विशेषज्ञ शामिल होंगे.

मौत और बीमारी की वजह जानने की कोशिश करेंगे

डॉक्टर्स की टीम सुपेबेड़ा गांव का दौरा करेगी और ग्रामीणों से मुलाकात करेगी. इससे पहले विशेष चिकित्सा शिविर बुलाकर एक-एक मरीज की हिस्ट्री, खानपान, रहन-सहन के बारे में एक दिन पहले रायपुर के विशेषज्ञों द्वारा दी गई जानकारी का विश्लेषण करेंगे और ये जानने की कोशिश करेंगे कि आखिर लोगों में ये बीमारी हो क्यों हो रही है.

सुपेबेड़ा की महिला
सुपेबेड़ा की महिला

जांच रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी जाएगी
माना जा रहा है कि यहां की मिट्टी और पानी में क्रोमियम की मात्रा अधिक होने के चलते यहां के लोगों को किडनी की बीमारियां हुई हैं, जिसके चलते इस दृष्टिकोण से विशेष जांच की जाएगी कि ऐसे क्या-क्या कारण हैं जिसके चलते लोगों की किडनी खराब हो रही है. इसके बाद दिल्ली के विशेषज्ञ चिकित्सक मरीजों के लिए जरूरी सलाह देकर वापस लौटेंगे, जांच और निष्कर्ष का परिणाम बाद में केंद्र और राज्य सरकार को भेजेंगे.

अब तक 72 लोगों की हो चुकी है मौत
सुपेबेड़ा छत्तीसगढ़ का एक ऐसा गांव है जहां किडनी की बीमारी से अब तक 72 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसे लेकर राज्य सरकार लंबे समय से काफी परेशान है. बीते दिनों प्रदेश की राज्यपाल अनसूया उइके भी स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के साथ सुपेबेड़ा पहुंच चुकी हैं. इस अवसर पर उन्होंने गांव के लोगों से वादा किया था कि जरूरत पड़ने पर मौतों को रोकने के लिए केंद्र से भी मदद ली जाएगी.

Intro:72 मौतों का कारण पता लगाने केंद्र के विशेषज्ञों की टीम 14 को पहुचेगी सुपेबेड़ा

एंकर--72 मौतों से पूरे प्रदेश को दहला चुके सुपेबेड़ा में किडनी की बीमारी की वजह और उस से हो रही मौतों के कारण को जानने 14 जनवरी को केंद्र से विशेषज्ञों की टीम आ रही है जो मौतों के कारण के साथ-साथ किडनी की बीमारी फैलने के कारण का भी पता लगाएगी इस टीम में दिल्ली चंडीगढ़ और लखनऊ के विशेषज्ञ नेफ्रोलॉजिस्ट मौजूद रहेंगे इनके लिए सुपेबेडा में हेलीपेड तैयार किया जा रहा है वैसे राज्य सरकार कि विशेषज्ञों की टीम इनसे 1 दिन पहले सुपेबेड़ा पहुंच सभी मरीजों की अलग-अलग फाइल तैयार कर रखेगी जिसके बाद केंद्र की टीम राज्य की टीम के साथ गांव में ही हर विषय पर विस्तृत जानकारी लेगी।


Body:वीओ---राज्यपाल सुश्री अनसूया उईके के सुपेबेड़ा पहुंचने का असर अब नजर आने लगा है लगातार मौतों को लेकर राज्य सरकार के बाद अब केंद्र भी सुपे बेड़ा की मौतों का कारण पता लगाना चाहता है यही कारण है कि केंद्र के विशेषज्ञ चिकित्सकों की एक टीम सीधे सुपेबेड़ा भेजी जा रही है वैसे यह विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम है जिसमें किडनी रोग के विशेषज्ञ चिकित्सक मौजूद रहेंगे ऐसा माना जा रहा है कि केंद्र से तीन या चार सीनियर विशेषज्ञ नेफ्रोलॉजिस्ट 14 जनवरी को सुपे बड़ा पहुंचेंगे जिनमें दिल्ली के मेदांता हॉस्पिटल के साथ-साथ चंडीगढ़ और लखनऊ के भी किडनी रोग विशेषज्ञ शामिल होंगे विशेषज्ञ चिकित्सकों के लिए बकायदा राज्य सरकार हेलीकॉप्टर की व्यवस्था कर रही है विशेषज्ञ चिकित्सक माना एयरपोर्ट में उतरते ही हेलीकॉप्टर से सीधे सुपेबेड़ा पहुंच जाएंगे जहां वे सबसे पहले गांव का दौरा करेंगे गांव के लोगों से बात करेंगे फिर विशेष चिकित्सा शिविर बुलाकर एक-एक मरीज की हिस्ट्री खानपान रहन-सहन की आदतों के बारे में 1 दिन पहले रायपुर के विशेषज्ञों द्वारा दी गई जानकारी का विश्लेषण करेंगे और उनमें कोई ऐसी चीज ढूंढने का प्रयास करेंगे जो किडनी की बीमारी का कारण हो सकती है वैसे माना जा रहा है कि यहां की मिट्टी और पानी में क्रोमियम और कोड नियम की मात्रा अधिक होने के चलते यहां के लोगों को किडनी की बीमारियां हुई है जिसके चलते इस दृष्टिकोण से विशेष जांच की जाएगी की ऐसे क्या क्या कारण है जिसके चलते लोगों की किडनी खराब हो रही है इसके बाद दिल्ली के विशेषज्ञ चिकित्सक मरीजों के लिए जरूरी सलाह देकर वापस लौटेंगे और जांच और निष्कर्ष का परिणाम बाद में केंद्र और राज्य सरकार को भेजेंगे हम आपको बता दें कि सुपेबेड़ा छत्तीसगढ़ का एक ऐसा गांव है जहां किडनी की बीमारी से अब तक 72 लोगों की मौत हो चुकी है और मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा है जिसे लेकर राज्य सरकार लंबे समय से काफी परेशान है और बीते दिनों प्रदेश की राज्यपाल सुश्री अनसूया उइके भी स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के साथ सुपेबेड़ा पहुंच चुकी है इस अवसर पर उन्होंने गांव के लोगों से वादा किया था कि जरूरत पड़ने पर मौतों को रोकने केंद्र से भी मदद ली जाएगी।

Conclusion:बाइट---डॉ. नवरत्न सीएमएचओ गरियाबंद
Last Updated : Jan 10, 2020, 12:22 PM IST
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