गरियाबंद: कुरलापारा स्कूल भवन की हालत बेहद खराब है. वहीं जिम्मेदार इसकी मरम्मत कराने की बजाय किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हैं. बारिश के दिनों में भी बच्चे बाहर बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. राजीव गांधी शिक्षा मिशन देवभोग के ब्लॉक स्त्रोत समन्वयक अब मामले में ग्रामीणों की मदद लेने की बात कह रहे हैं.
स्कूल में बच्चों के बैठने की व्यवस्था तक नहीं है. बच्चे खुले में बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं. बारिश के दिनों में भी बच्चों को बाहर बैठकर पढ़ाई करनी पड़ती है. मामले की जानकारी ब्लॉक स्त्रोत समन्वयक को दी गई. जिससे बाद ब्लॉक स्त्रोत समन्वयक मामले को ग्रामीणों के भरोसे झोड़ अपना पल्ला झाल लिए हैं.
स्कूल भवन 20 साल पहले बनाया गया था और यह पिछले दो साल से जर्जर हालत में है. छत और दीवारों में जगह-जगह दरारें आ चुकी है. ग्रामीणों और शिक्षकों द्वारा मामले की जानकारी कई बार उच्च अधिकारियों को दी गई है, लेकिन किसी ने मामले में सुध नहीं ली.