गरियाबंद: लोकसभा चुनाव के मतदान को लेकर नक्सलियों की धमकी की वजह से गांव के पोलिंग बूथ पर असर देखने को मिला. दरअसल, नक्सलियों ने गांव में रहने वाले लोगों को धमकी दी थी कि जो भी मतदान करेगा, उसकी उंगली काट दी जाएगी.
मतदान दल ने दी समझाइश
हालांकि ग्रामीणों ने पानी की समस्या का मामला उठाकर मतदान के बहिष्कार का ऐलान किया. महज 2.47 फीसदी ही मतदान हुआ. ग्रामीणों के ऐलान के बाद मतदान दल गांव में पहुंचा और उन्होंने ग्रामीणों को समझाइश दी, जिसके बाद गांव वाले वोट देने के लिए राजी हुए.
नक्सलियों ने दी थी धमकी
नक्सलियों को जैसे ही इस बात की भनक लगी कि ग्रामीण मतदान दल के मनाने पर वोटिंग के लिए राजी हो गए हैं, उन्होंने रात में एक बार फिर धमकी दी कि मतदान करने वाले की उंगली काट दी जाएगी.
ओडिशा की सीमा से लगा है गांव
नक्सलियों की धमकी का असर ये हुआ कि मतदान में कमी आई. वहीं एसपी ने नक्सली दहशत की बात मानी है. इलाका ओडिशा की सीमा से लगे होने की वजह से नक्सली कभी भी गांव में पहुंचकर ग्रामीणों को भड़काने का प्रयास करते हैं. गरियाबंद जिले के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र आमामोरा, ओड से मतदान दल हेलीकॉप्टर के जरिए वापस लौटा. वहां भी कम मतदान हुआ.