गरियाबंद: तेंदूपत्ता संग्राहकों के होनहार बच्चों को कैरियर मार्गदर्शन और प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता पाने के लिए वन विभाग ने दिल्ली से मोटिवेशनल स्पीकरों को आमंत्रित किया था. दिल्ली से पहुंचे प्रशिक्षकों ने इन बच्चों को 12वीं के बाद IAS, IPS, IFS और दूसरे कॉम्पटीशन एग्जाम की तैयारियों का तरीका समझाया.
सही किताबों से अध्ययन करना , पढ़ाई का सही तरीका चीजों को एक बार में याद करने के टिप्स भी इन बच्चों को दिए गए. कैरियर गईडिंग के लिए दिल्ली से पहुंचे मोटिवेशनल स्पीकर और प्रशिक्षकों ने बच्चों से मिलने के बाद कहा कि हमें ऐसा कहीं नहीं लगा कि यह ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे हैं बकायदा इन बच्चों ने कई तरह के सवाल हमसे पूछे हमें यह साफ नजर आ रहा था कि इनमें प्रतिभाएं कूट-कूट कर भरी हैं.
भटकने से नहीं होगा कोई फायदा
कार्यक्रम में DFO मयंक अग्रवाल के आमंत्रण पर दिल्ली से डॉक्टर जयेश खंडारे, डॉ सोनाली चंद्रा के साथ संतोष राय ने गरियाबंद के विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन कर उनमें एक नया जोश और ऊर्जा भरी. इस अवसर पर प्रशिक्षकों ने बच्चों को राय देते हुए कहा कि 'वह अपने भविष्य को एक सुनिश्चित दिशा तय कर लें. जिसके चलते वे उस दिशा की ओर अग्रसर हो सकेंगे. उन्होंने बताया कि 'आप जब तक अपने भविष्य की दिशा तय नहीं करेंगे, तब तक भटकने से आपको कोई फायदा नहीं होगा'.
होनहार छात्रों को मिली स्कॉलरशिप
आपको बता दें कि इस कार्यक्रम के साथ ही वन विभाग ने शासन की ओर से निर्धारित छात्रवृत्ति भी तेंदूपत्ता संग्रह के होनहार बच्चों को बांटी. जिन बच्चों ने बोर्ड परीक्षा में 70% से अधिक अंक पाए हैं उन्हें ₹25000 की छात्रवृत्ति प्रदान की गई गरियाबंद जिले के दर्जनभर से अधिक छात्र-छात्रों ने इस श्रेणी में आकर स्कॉलरशिप हासिल की.