गरियाबंद: मैनपुर विकासखंड के बिरीघाट क्वॉरेंटाइन सेंटर में अन्य प्रदेश से पहुंचे प्रवासी मजदूरों ने बुधवार की सुबह जमकर हंगामा खड़ा कर दिया. मजदूरों ने सरपंच और अन्य लोगों पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें खाना बनाने के लिए पर्याप्त लकड़ी नहीं मिलती है. जिसके कारण दोनों समय का भोजन वे नहीं बना पाते. मजदूरों ने बताया कि पर्याप्त भोजन न मिलने के कारण वे भूखे रहते हैं.
यह पूरा मामला मैनपुर विकासखंड के बिरीघाट क्वॉरेंटाइन सेंटर का है. जहां कम खाना मिलने को लेकर प्रवासी मजदूरों ने जबरदस्त नाराजगी जताई. वहीं ग्रामीण उन्हें समझाते रहे लेकिन मजदूर मानने को तैयार ही नहीं हुए. मजदूरों का कहना है कि उन्हें पर्याप्त भोजन नहीं मिल रहा है. साथ ही जो खाना बनाने के लिए लकड़ी दिया जाता है वह लकड़ी भी पर्याप्त नहीं है. दोनों समय का खाना उस लकड़ी से नहीं बन सकता.
पढ़ें- क्वॉरेंटाइन सेंटर में भूत! बैगा ने पूजा-पाठ कराया, प्रवासी मजदूर दूसरी जगह शिफ्ट
मजदूरों ने कम राशन देने का लगाया आरोप
आगे मजदूरों ने नाराजगी जाहिर करते हुए बताया कि राशन का सामान भी कम दिया जा रहा है. इस क्वॉरेंटाइन सेंटर में करीब 15 प्रवासी मजूदरों को रखा गया है. 15 लोगों के हिसाब से पर्याप्त राशन इन्हें मुहैया नहीं कराया जा रहा है. जिसके चलते इन लोगों को आधा पेट ही भोजन मिल रहा है.
पढ़ें- सूरजपुर: मजदूर रहें टेंशन मुक्त इसलिए क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में की जा रही काउंसलिंग
अधिकारियों ने कही मामले की जांच की बात
वहीं इस पूरे मामले में उच्च अधिकारियों से बात की गई है. उन्होंने तत्काल मामले की जांच करने की बात कही है. आपको बता दें कि, प्रदेश भर के कई क्वॉरेंटाइन सेंटर में इस तरह बदहाली का आलम देखने को मिल रहा है. बाहर से लौटे प्रवासी मजदूरों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. अब देखने वाली बात होगी की प्रशासन इन गरीब मजदूरों की समस्या कब तक सुलझाता है