गरियाबंद: जिले में 11 गांव के ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने की धमकी दी है. ग्रामीण प्रशासन द्वारा तेल नदी पर पुल नहीं बनने से नाराज हैं. ये सभी गांव ओडिशा सीमा से लगे देवभोग क्षेत्र के 36 गांव इस इलाके के हैं. पुल नहीं बनने से ग्रामीण इस कदर नाराज हैं कि अपने गांवों को ओडिशा राज्य में शामिल करने तक की मांग शुरू कर दी है.
ग्रामीणों का दावा है कि पुल नहीं बनने से उन्हे भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, खेती-किसानी की बात हो या फिर बच्चों की पढ़ाई-लिखाई या फिर स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं की बात हो पुल नहीं बनने से सभी प्रभावित हो रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि वे पुल के लिए कई सालों से मांग कर रहे हैं मगर उनकी मांग को गंभीरता से नहीं लिया गया. बहिष्कार करने वाले गांव में सेनमुडा, खोकसरा, सागौनबाडी, ठिरलीगुडा, झीरिपानी, निष्ठीगुडा, फुलीमुड़ा, खम्हारमुड़ा, सुपेबेड़ा और परेवापाली शामिल हैं.
विधानसभा चुनाव में मिला था आश्वासन
ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने कुछ महीने पहले हुए विधानसभा चुनाव का भी बहिष्कार करने का फैसला लिया था लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों और स्थानीय नेताओं द्वारा जल्द काम शुरू कराने का भरोसा दिलाकर उन्हें चुनाव बहिष्कार करने से रोक लिया गया था. लेकिन इस बार वे मानने वाले नहीं है. रविवार को 11 गांव में प्रमुख लोगों की एक बैठक में ये सामूहिक निर्णय लिया गया है. ग्रामीण आज अपने फैसले की एक कॉपी एसडीएम को भी सौंपने वाले हैं.