गरियाबंद : प्रदेश में मानसून ने अब तक दस्तक नहीं दी है. बारिश नहीं होने से खेती का काम पिछड़ता जा रहा है. अब तक खेत पानी से भरे हुए और हरे-भरे नजर आने चाहिए थे, लेकिन बारिश नहीं होने से खेत सूखे पड़े हैं ऐसे में किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें उभर आई हैं.
बारिश के इंतजार में बैठे किसानों के मुताबिक पानी नहीं गिरने से पानी नहीं गिरने से खेती का काम प्रभावित हो रहा है. फसल बुआई में भी देरी हो रही है. मानसून जल्द नहीं आया तो काफी नुकसान हो सकता है. मानसून में देरी होने से परेशान किसान अच्छी बारिश की कामना कर रहे हैं.
नागाबूढ़ा गांव के किसानों का कहना है कि, 'बारिश ने इस बार किसानों को दुविधा में डाल दिया है. मानसून इतना लेट पहले कभी नहीं होता था. मौसम के इंतजार में किसानी काम 15 दिन पिछड़ गया है'. वहीं कुछ किसान ऐसे हैं जिन्होंने खेतों में बीज डाल दिए हैं, लेकिन बारिश नहीं होने से बीज अंकुरित नहीं हो पा रहे हैं, जिसके चलते किसानों की चिंता बढ़ती जा रही है.