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गरियाबंद: सर्मथन मूल्य को लेकर असमंजस में किसान, सरकार पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप

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Published : Nov 30, 2019, 7:41 AM IST

गरियाबंद में धान सर्मथन मूल्य को लेकर किसानों में असमंजस देखने को मिल रहा है. किसान सरकार पर लगातार वादाखिलाफी का आरोप लगा रहे हैं.

farmers confused about paddy support price
धान सर्मथन मूल्य को लेकर असमंजस में किसान

गरियाबंद: प्रदेश के किसानों को उनकी मेहनत का परिणाम मिलने वाला है. सरकार ने धान खरीदी की तैयारी पूरी करने का दावा किया है. साथ ही धान बेचने के लिए समीतियों में किसानों को टोकन जारी करने का काम चल रहा है, लेकिन अभी भी समर्थन मूल्य को लेकर किसानों में असमंजस देखा जा रहा है.

धान सर्मथन मूल्य को लेकर असमंजस में किसान

सरकार ने किसानों को धान समर्थन मूल्य 1,835 रुपये की राशि का भुगतान करने का दावा किया है. साथ ही 2500 रुपये के अंतर की राशि बाद में बोनस के तौर पर देने का भी भरोसा दिया है. इन सबके बावजूद किसानों में धान सर्मथन मूल्य को लेकर संशय बना हुआ है.

किसानों का कहना है कि जब सरकार ने 2500 रुपये में धान खरीदने का दावा किया था तो उनका धान 2500 रुपये में ही खरीदा जाना चाहिए. किसान सरकार के फैसले से खासा नाराज दिख रहे हैं. साथ ही राज्य सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रहे हैं.

गरियाबंद: प्रदेश के किसानों को उनकी मेहनत का परिणाम मिलने वाला है. सरकार ने धान खरीदी की तैयारी पूरी करने का दावा किया है. साथ ही धान बेचने के लिए समीतियों में किसानों को टोकन जारी करने का काम चल रहा है, लेकिन अभी भी समर्थन मूल्य को लेकर किसानों में असमंजस देखा जा रहा है.

धान सर्मथन मूल्य को लेकर असमंजस में किसान

सरकार ने किसानों को धान समर्थन मूल्य 1,835 रुपये की राशि का भुगतान करने का दावा किया है. साथ ही 2500 रुपये के अंतर की राशि बाद में बोनस के तौर पर देने का भी भरोसा दिया है. इन सबके बावजूद किसानों में धान सर्मथन मूल्य को लेकर संशय बना हुआ है.

किसानों का कहना है कि जब सरकार ने 2500 रुपये में धान खरीदने का दावा किया था तो उनका धान 2500 रुपये में ही खरीदा जाना चाहिए. किसान सरकार के फैसले से खासा नाराज दिख रहे हैं. साथ ही राज्य सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रहे हैं.

Intro:स्लग---असमंजस्य में किसान

एंकर--- अन्नदाता की मेहनत का परिणाम आने ही वाला है धान खरीदी को महज कल का 1 दिन ही शेष है मगर अंतिम समय में भी किसान उन्हें मिलने वाली राशि अर्थात समर्थन मूल्य को लेकर असमंजस में नजर आ रहा है मंडी में बोर्ड पर 1815 और 1835 रुपए लिखे जाने के बावजूद किसानों को यह भरोसा नहीं हो रहा है कि 2500 में धान खरीदी नहीं हो रही किसान अभी भी कह रहे हैं कि सरकार को धान एकमुश्त 2500 में ही खरीदना चाहिए क्योंकि उन्होंने इसी वादे के दम पर सरकार बनाई है

Body:
वीओ--प्रदेशभर के साथ ही गरियाबंद जिले में एक दिसंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरु होने जा रही है, सरकार ने धान खरीदी की तैयारी पुरी करने का दावा किया है, धान बेचने के लिए समीतियो में किसानों को टोकन जारी करने का काम चल रहा है, सरकार ने फिलहाल किसानों को समर्थन मूल्य 1835 रुपये की राशि का भूगतान करने का दावा किया है साथ ही 2500 रुपये के अंतर की राशि बाद में बोनस के तौर पर देने का भरोसा दिया है, हालांकि इसके बावजूद भी फिलहाल गरियाबंद में किसान के बीच संशय की स्थिति बनी हुयी है, किसानों का कहना है कि जब सरकार ने 2500 रुपये में धान खरीदने का दावा किया था तो उनका धान 2500 रुपये में खरीदा जाये और उसका भूगतान भी एक मुश्त 2500 रुपये के हिसाब से किया जाये,


Conclusion:किसान सरकार के फैसले से नाराज है और वादा खिलाफी का आरोप लगा रहे है।
बाइट 1----किसान.....
बाइट 2---किसान............
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