गरियाबंद: जिले के फिंगेशवर ब्लॉक के 16 गांवों के लोगों ने रबी फसल के लिए पानी की मांग को लेकर सिंचाई विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. सिंचाई विभाग पर आरोप लगाते हुए किसानों ने जमकर नारेबाजी की. किसानों ने राजिम के विधायक अमितेश शुक्ला और कलेक्टर से मांग की है कि उन्हें रबी फसल के लिए पानी दिलाया जाए. किसानों ने सिंचाई विभाग पर आरोप लगाया है कि नहर में कंक्रीटीकरण का बहाना बनाकर सिंचाई विभाग बीते 2 सालों से उनके क्षेत्र को रबी फसल के लिए पानी नहीं दे रहा है और ना ही नहर में लाइनिंग या कंक्रीटीकरण का काम ही करा रहा है.
पानी की मांग लिए किसानों ने रेस्ट हाउस के बाहर नारेबाजी की. अंदर राजिम विधायक अमितेश शुक्ला थे, जो अपने दौरे के तहत यहां पहुंचे हुए थे. रबी फसल की सिंचाई के लिए पानी मांगने टोला गांव के 50 से अधिक किसान 65 किलोमीटर का सफर कर गरियाबंद पहुंचे. ऐसा नहीं है कि इनके क्षेत्र में नहर या बांध नहीं है. यहां पानी होते हुए भी किसानों को सिंचाई के लिए इसे मुहैया नहीं कराया जा रहा है. सिंचाई विभाग के जिम्मेदार अधिकारी नहर में लाइनिंग की बात कहते हुए बीते दो सालों से इनके इलाके को बांध के पानी से वंचित किए हुए हैं. किसानों का कहना है कि हम तब भी संतुष्ट होते, अगर पानी नहीं मिलता और लाइनिंग का काम हो जाता, मगर ये काम भी नहीं कराया जा रहा है.
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सिकासर जलाशय में है पर्याप्त पानी
किसानों का आरोप है कि सिकासर जलाशय में पर्याप्त पानी होने के बावजूद भी उन्हें रबी फसल के लिए पानी नहीं दिया जाता. जब भी किसान पानी की मांग करते हैं, तो विभागों द्वारा बहाने बनाए जाते हैं.
राजिम विधायक ने दिया समस्या सुलझाने का आश्वासन
किसानों का मांग है कि इस समय रबी फसल के लिए किसानों को पानी दिया जाए और लाइनिंग का काम रोका जाए. राजिम विधायक अमितेश शुक्ला का कहना है कि किसानों की इस समस्या को लेकर सिंचाई विभाग के अधिकारियों से बात कर ली गई है. उन्हें निश्चित रूप से पानी दिया जाएगा. इसके बाद ही नहर लाइनिंग का कार्य चलेगा.