गरियाबंद : छत्तीसगढ़ में रविवार को व्यापमं की ओर से 12 हजार शिक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षा का आयोजन किया गया. जिले के युवाओं ने इस भर्ती प्रक्रिया से बेरोजगारी दूर होने की उम्मीद जताई है.
छत्तीसगढ़ के स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी को देखते हुए भूपेश सरकार ने 12 हजार से अधिक शिक्षकों की भर्ती का फैसला लिया था, जिसके बाद इसकी जिम्मेदारी व्यापमं को सौंपी गई थी. इसके बाद नियमानुसार भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए. लाखों युवाओं ने शिक्षक बनने के लिए आवेदन दिया. प्राथमिक, माध्यमिक और अलग-अलग विषय वार शिक्षकों के लिए पद निकाले गए थे, जिस पर रविवार को व्यापमं ने परीक्षा आयोजित की थी. इस परीक्षा में बड़ी संख्या में युवाओं ने हिस्सा लिया.
दो पाली में आयोजित हुई परीक्षा
जिले में लगभग 12 हजार 100 परीक्षार्थी इस एग्जाम में शामिल हुए. परीक्षा जिले के वीर सुरेंद्र साईं महाविद्यालय में दो शिफ्ट में आयोजित की गई. वहीं शाम की पाली में वीर सुरेंद्र साईं महाविद्यालय के अलावा बालक हायर सेकेंडरी स्कूल और कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल में भी परीक्षा का आयोजन किया गया.
जिला प्रशासन की निगरानी में संपन्न हुई परीक्षा
इस परीक्षा के लिए जिला प्रशासन ने उड़नदस्ता टीम का गठन किया था. टीम ने परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया. साथ ही परीक्षा की सामग्री भी बनाई. टीम की निगरानी में थाने से परीक्षा केंद्र तक लाने और ले जाने के लिए ओएमआर शीट पर ऑप्शनल प्रश्नों के उत्तर पर टिक मार्क करने का प्रावधान था. पूरी परीक्षा व्यवस्था जिला प्रशासन की निगरानी में संपन्न हुई. जिले में हुई इस परीक्षा में पहली पाली में विज्ञान संकाय में शिक्षक बनने के इच्छुक 530 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी. वहीं दूसरी पाली में 430 अभ्यर्थियों ने परीक्षा में हिस्सा लिया.
12 हजार युवाओं की बेरोजगारी होगी दूर
इस मामले में जिले के युवाओं का कहना है कि 'लंबे समय बाद इतने अधिक पदों पर भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ हुई है. इसे लेकर युवाओं में खास उम्मीदें हैं. साथ ही 12 हजार युवाओं की बेरोजगारी भी दूर होगी'.