गरियाबंद: गरियाबंद में सिकासेर बांध के पास झुंड से भटके हाथी का शव बरामद हुआ है. वन विभाग का कहना है कि हाथी की मौत मुंह में छाले की वजह से हुई है. गरियाबंद में हाथियों की मौत की यह तीसरी घटना है. बुधवार को हाथी के शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा. इस हाथी ने 5 लोगों को कुचला था.
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हाथी की मौत की घटना: सिकासेर बांध के पास मंगलवार की दोपहर को झाड़ियों में हाथी के बैठे होने और बीमार होने की सूचना वन विभाग को दी गई. वन विभाग की टीम डॉक्टर के साथ मौके पर पहुंची तबतक हाथी की मौत हो चुकी थी. हाथी का पोस्टमार्टम आज सुबह तीन डॉक्टरों की टीम और वरिष्ठ वन अधिकारियों की निगरानी में होगा. डॉक्टरों की शुरूआती जांच में हाथी को इंफेक्शन और छाले होने की बात समाने आई है.
हाथी ने पांच लोगों को कुचला था: करीब 9 दिन पहले इस हाथी ने धमतरी जिले के सिहावा क्षेत्र में पांच लोगों को कुचल कर मार दिया था. इसके बाद से हाथी सोधुर नदी पार कर गरियाबंद जिले में पहुंच गया था. यहां उसने फायर वाचर के लिए बनाई गई एक झोपड़ी को तोड़ दिया. महुआ बिन रही कुछ महिलाएं हाथी को देखकर जान बचाकर भागी थीं. इसके बाद हाथी सिकासेर बांध की ओर निकल गया था.
हाथी की मौत पर क्या बोले वन अधिकारी: वन अधिकारियों का कहना है कि हाथी बांध से आगे आमा मोरा की पहाड़ियों की ओर चला गया था. जिसके बाद वापस पीछे लौट आया. इस हाथी के बांध के पास बैठे होने और कुछ ना खाने की सूचना मिली. वन अमला तीन चिकित्सकों की टीम लेकर पहुंचा लेकिन तबतक हाथी की मौत हो चुकी थी.