गरियाबंद: जिले में फिर एक हाथी की मौत हो गई है. जानकारी के मुताबिक बाघ के हमले में हाथी की मौत हुई है. वन अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर शव का पोस्टमार्टम करवाया. अधिकारियों का कहना है कि घटनास्थल के आसपास बाघ के पंजे के निशान मिले हैं. वहीं हाथी के पैर और पिछले हिस्से में बाघ के काटे जाने के निशान भी मिले हैं. खास बात ये है कि इसी पहाड़ी पर पहले भी एक नन्हे हाथी की मौत हो चुकी है.
ओढ़ आमामोरा की पहाड़ियों पर पहुंचे 22 हाथियों के दल में से हाथी के बच्चे की मौत पहले धवलपुर के पारा गांव में करंट लगने से हो चुकी थी. शनिवार को भी उसी दल के एक नन्हें हाथी की भी मौत हुई है. वन अधिकारियों ने बताया कि ओढ़ आमामोरा और कुकरार के बीच हाथी के बच्चे का बाघ ने शिकार करने का प्रयास किया. जिसके बाद हाथी का शावक घायल हो गया. कुछ समय घायल रहने के बाद बीती रात हाथी की मौत हो गई.
कोरबा: कटघोरा के केंदई रेंज में नन्हे हाथी की मौत
ओडिशा से आया है दल
जंगल में मृत हाथी को देख ग्रामीणों ने वन विभाग को इसकी सूचना दी. जिसके बाद वन अधिकारी पशु चिकित्सकों को लेकर पोस्टमार्टम कराने मौके पर पहुंचे. हाथी के शव को ओढ़ लाया गया. जहां पोस्टमार्टम कर हाथी के शव को दफना दिया गया. ओडिशा से आया यह हाथी का दल अपने दूसरे साथी को खो चुका है. महीने भर पहले जब यह दल पहाड़ से नीचे उतर कर नेशनल हाईवे के करीब पहुंचा ही था, तब बिजली के तार की चपेट में आने से एक हाथी की मौत हो गई थी. इसके बाद बीती रात एक और हाथी की मौत हो चुकी है.