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गरियाबंद : 15 ट्रक धान गायब मामले में पुलिस ने किए कई बड़े खुलासे

पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेस कर विधायक के भतीजे की गिरफ्तारी के मामले में कई बड़े खुलासे किए हैं. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि, 'आरोपी के खिलाफ 9 मामले दर्ज किए गए हैं.

प्रेस कॉन्फ्रेस करती पुलिस
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Published : Jun 2, 2019, 6:05 PM IST

गरियाबंद : पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेस कर विधायक के भतीजे की गिरफ्तारी के मामले में कई बड़े खुलासे किए हैं. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि, 'आरोपी के खिलाफ 9 मामले दर्ज किए गए हैं. वहीं मामले को अब तक रोके रखने वाले पुलिस विभाग के अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जा सकती है'.

15 ट्रक धान गायब मामले में 2 गिरफ्तार

एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर, एसडीओपी राहुल देव शर्मा एवं तीनों थानों के थाना प्रभारियों ने बताया कि, 'जिन गाड़ियों से धान परिवहन के लिए आरोपी अजय शर्मा ने लिस्ट सौंपी थी, उनमें से कई दोपहिया वाहन और कई कार थी. आरोपी ने कई प्रकार से निविदा शर्तों का उल्लंघन किया. साथ ही सहकारिता विभाग की जांच में भी कई गंभीर बातें सामने आईं, जिसके आधार पर आरोपी पर FIR दर्ज की गई हैं.

8 और मामलों में होगी इसी आरोपी की गिरफ्तारी
अधिकारी ने बताया कि, 'इस आरोपी के विरुद्ध कुल 9 अपराध पंजीबद्ध हैं, जिनमें से एक में गिरफ्तारी हुई है, बाकी के 8 मामलों में भी इसी आरोपी की गिरफ्तारी नियमानुसार जेल में ही की जाएगी'. उन्होंने बताया कि, 'मामले में गायब होने वाला 15 ट्रक धान जिसने भी खरीदा है, उस पर भी कार्रवाई होगी'.

मामले में देरी पर पुलिस अधिकारियों पर भी कार्रवाई के संकेत
वहीं सन् 2015 के इस मामले को इतने समय तक रोकने पर पुलिस विभाग के जिम्मेदार लोगों पर विभागीय कार्रवाई की जा सकती है. इसके अलावा इस मामले में सबसे बड़ी बात जो सामने आई है वो ये है कि जिन 15 ट्रकों से निकला धान गायब हुआ है वो सभी नंबर पूरी तरह फर्जी निकले, जबकि इन गाड़ियों में धान भरवाने के निर्देश फोन पर और पर्चियां लिखकर परिवहनकर्ता को सब कॉन्ट्रेक्टर संदीप कोडक ही दिया करता था. अधिकारी ने बताया कि इन फर्जी नंबरों की कोई गाड़ियां नहीं होने का प्रमाण पत्र आरटीओ से लेने में इतना समय लग गया'.

कहां से कितना धान हुआ गायब
घटना में धान खरीदी केंद्रों से निकलने वाले 15 ट्रक जो संग्रहण केंद्र पहुंचने थे, वो पहुंचे ही नहीं जिनमें मैनपुर थाने के अलग-अलग धान खरीदी केंद्रों से निकले 5 ट्रक धान गायब हुए थे, जिसमें कुल 17 लाख 91 हजार की अफरा-तफरी मिली. वहीं देवभोग थाने के धान खरीदी केंद्रों से निकले चार ट्रक धान जो 12,46,000 के थे, वो भी संग्रहण केंद्र कुंडल भाटा पहुंचा ही नहीं था. न अमलीपदर के धान खरीदी केंद्रों से बीच ट्रक धान निकला जो 24,00,000 का था.

आरोपों पर सफाई
इस मामले को लेकर भाजपा के कुछ नेताओं ने बदलापुर की राजनीति के आरोप लगाए हैं और पुलिस पर राजनीतिक दबाव में कार्रवाई करने की बात कही है, लेकिन इसे लेकर एडिशनल एसपी ने साफ इंकार किया और कहा कि मामले में कार्रवाई लगातार चल रही थी पहले भी कई चालकों की गिरफ्तारी हुई, फिर आरटीओ से दस्तावेजों के इंतजार में देर लगी और दस्तावेज मिलते ही गिरफ्तारी हुई.

क्या है मामला ?
भाटापारा के भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा के भतीजे अजय शर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. जानकारी के मुताबिक धान के 15 ट्रकों की हेराफेरी के एक मामले में ये गिरफ्तारी की गई है. मामले में अजय शर्मा के साथ पुलिस ने एक अन्य आरोपी संदीप कोडक को भी गिरफ्तार किया है. अजय शर्मा के खिलाफ मैनपुर सहित अलग-अलग थानों में 15 ट्रक धान हेराफेरी से संबंधित 9 केस दर्ज हैं.

गरियाबंद : पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेस कर विधायक के भतीजे की गिरफ्तारी के मामले में कई बड़े खुलासे किए हैं. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि, 'आरोपी के खिलाफ 9 मामले दर्ज किए गए हैं. वहीं मामले को अब तक रोके रखने वाले पुलिस विभाग के अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जा सकती है'.

15 ट्रक धान गायब मामले में 2 गिरफ्तार

एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर, एसडीओपी राहुल देव शर्मा एवं तीनों थानों के थाना प्रभारियों ने बताया कि, 'जिन गाड़ियों से धान परिवहन के लिए आरोपी अजय शर्मा ने लिस्ट सौंपी थी, उनमें से कई दोपहिया वाहन और कई कार थी. आरोपी ने कई प्रकार से निविदा शर्तों का उल्लंघन किया. साथ ही सहकारिता विभाग की जांच में भी कई गंभीर बातें सामने आईं, जिसके आधार पर आरोपी पर FIR दर्ज की गई हैं.

8 और मामलों में होगी इसी आरोपी की गिरफ्तारी
अधिकारी ने बताया कि, 'इस आरोपी के विरुद्ध कुल 9 अपराध पंजीबद्ध हैं, जिनमें से एक में गिरफ्तारी हुई है, बाकी के 8 मामलों में भी इसी आरोपी की गिरफ्तारी नियमानुसार जेल में ही की जाएगी'. उन्होंने बताया कि, 'मामले में गायब होने वाला 15 ट्रक धान जिसने भी खरीदा है, उस पर भी कार्रवाई होगी'.

मामले में देरी पर पुलिस अधिकारियों पर भी कार्रवाई के संकेत
वहीं सन् 2015 के इस मामले को इतने समय तक रोकने पर पुलिस विभाग के जिम्मेदार लोगों पर विभागीय कार्रवाई की जा सकती है. इसके अलावा इस मामले में सबसे बड़ी बात जो सामने आई है वो ये है कि जिन 15 ट्रकों से निकला धान गायब हुआ है वो सभी नंबर पूरी तरह फर्जी निकले, जबकि इन गाड़ियों में धान भरवाने के निर्देश फोन पर और पर्चियां लिखकर परिवहनकर्ता को सब कॉन्ट्रेक्टर संदीप कोडक ही दिया करता था. अधिकारी ने बताया कि इन फर्जी नंबरों की कोई गाड़ियां नहीं होने का प्रमाण पत्र आरटीओ से लेने में इतना समय लग गया'.

कहां से कितना धान हुआ गायब
घटना में धान खरीदी केंद्रों से निकलने वाले 15 ट्रक जो संग्रहण केंद्र पहुंचने थे, वो पहुंचे ही नहीं जिनमें मैनपुर थाने के अलग-अलग धान खरीदी केंद्रों से निकले 5 ट्रक धान गायब हुए थे, जिसमें कुल 17 लाख 91 हजार की अफरा-तफरी मिली. वहीं देवभोग थाने के धान खरीदी केंद्रों से निकले चार ट्रक धान जो 12,46,000 के थे, वो भी संग्रहण केंद्र कुंडल भाटा पहुंचा ही नहीं था. न अमलीपदर के धान खरीदी केंद्रों से बीच ट्रक धान निकला जो 24,00,000 का था.

आरोपों पर सफाई
इस मामले को लेकर भाजपा के कुछ नेताओं ने बदलापुर की राजनीति के आरोप लगाए हैं और पुलिस पर राजनीतिक दबाव में कार्रवाई करने की बात कही है, लेकिन इसे लेकर एडिशनल एसपी ने साफ इंकार किया और कहा कि मामले में कार्रवाई लगातार चल रही थी पहले भी कई चालकों की गिरफ्तारी हुई, फिर आरटीओ से दस्तावेजों के इंतजार में देर लगी और दस्तावेज मिलते ही गिरफ्तारी हुई.

क्या है मामला ?
भाटापारा के भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा के भतीजे अजय शर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. जानकारी के मुताबिक धान के 15 ट्रकों की हेराफेरी के एक मामले में ये गिरफ्तारी की गई है. मामले में अजय शर्मा के साथ पुलिस ने एक अन्य आरोपी संदीप कोडक को भी गिरफ्तार किया है. अजय शर्मा के खिलाफ मैनपुर सहित अलग-अलग थानों में 15 ट्रक धान हेराफेरी से संबंधित 9 केस दर्ज हैं.

Intro:गरियाबंद पुलिस ने पत्रकार वार्ता लेकर विधायक के भतीजे की गिरफ्तारी के मामले में कई बड़े खुलासे किए हैं एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर एसडीओपी राहुल देव शर्मा एवं तीनों थाने के थाना प्रभारियों ने ने बताया कि

Body:फर्जी सूची सौंपी थी

जिन गाड़ियों से धान परिवहन के लिए लिस्ट आरोपी परिवहन करता अजय शर्मा ने सौंपी थी उनमें से कई दुपहिया वाहन तो कई कार थी परिवहन कर्ता ने कई प्रकार से निविदा शर्तों का उल्लंघन किया सहकारिता विभाग की जांच में कई गंभीर बातें सामने आई जिसके आधार पर एफ आई आर उक्त आरोपी पर किए गए थे

8 और मामलों में भी होगी इसी आरोपी गिरफ्तारी

अधिकारी ने बताया कि कुल 9 अपराध इस आरोपी के विरुद्ध पंजीबद्ध है जिनमें से एक में गिरफ्तारी हुई है बाकी 8 में भी इसी आरोपी की गिरफ्तारी नियमानुसार जेल में ही की जाएगी उन्होंने बताया कि मामले में गायब होने वाला 15 ट्रक धान जिस ने खरीदा होगा उस पर भी कार्रवाई होगी



मामले में देरी पर पुलिस अधिकारी पर भी कार्रवाई के संकेत

वही सन 2015 के इस मामले को इतने समय तक रोकने के लिए पुलिस विभाग के जिम्मेदार लोगों पर विभागीय कार्यवाही की जाएगी


इसके अलावा इस मामले में सबसे बड़ी बात जो सामने आई है वह यह है कि जिन 15 ट्रकों से निकला धान गायब हुआ है वह सभी नंबर पूरी तरह फर्जी निकले यानी मनगढ़ंत नंबर थे जबकि इन गाड़ियों में धान भरवाने के निर्देश फोन पर और पर्चियां लिखकर परिवहन करता के सब कांट्रैक्टर संदीप कोडक ही दिया करता था अधिकारी ने बताया कि इन फर्जी नंबरों की कोई गाड़ियां नहीं होने का प्रमाण पत्र आरटीओ से लेने में इतना समय लग गया

कहां से कितना धान हुआ गायब
गर

घटना में धान खरीदी केंद्रों से निकलने वाले 15 ट्रक जो संग्रहण केंद्र पहुंचने थे वह पहुंचे ही नहीं जिनमें मैंनपुर थाना के अलग-अलग धान खरीदी केंद्रों से निकले 5 ट्रक धान गायब हुए थे जिसमें कुल 17 लाख 91 हजार की अफरा-तफरी मिली वही देवभोग थाना के धान खरीदी केंद्रों से निकले चार ट्रक धान जो 1246000 के थे वह भी संग्रहण केंद्र कुंडल भाटा पहुंचा ही नहीं था ना अमलीपदर के धान खरीदी केंद्रों से बीच ट्रक धान निकला जो 2400000 का था

आरोपों पर सफाई

इस मामले को लेकर भाजपा के कुछ नेताओं ने बदलापुर की राजनीति के आरोप लगाए हैं और पुलिस को राजनीतिक दबाव में कार्यवाही की बात कही है किंतु इसे लेकर एडिशनल एसपी ने साफ इंकार किया और कहा कि मामले में कार्रवाई लगातार चल रही थी पहले भी कई चालकों की गिरफ्तारी हुई फिर आरटीओ से दस्तावेजों के इंतजार में देर लगा और दस्तावेज मिलते हैं गिरफ्तारी हुईConclusion:बाइट सुखनंदन राठौर एडिशनल एसपी गरियाबंद
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