दुर्ग: भिलाई के नेवई थाना में एक दंपति के बीच रोजगार नहीं मिलने से आए दिन विवाद हो रहा था, जिससे तंग आकर पत्नी अपनी बेटी के साथ रोजगार की तलाश में निकल पड़ी. जिसे पुलिस ने भोपाल से सुरक्षित बरामद कर लिया है.
रोजगार को लेकर होता था झगड़ा
मरोदा क्षेत्र निवासी उमेश देवांगन के पास लॉकडाउन की वजह से कोई रोजगार नहीं था. जिसको लेकर पति-पत्नी में रोजाना झगड़ा होने लगा. इससे तंग आकर पत्नी ने तय किया कि वह खुद काम करके घरवालों का पेट पालेगी. उसके बाद महिला अपनी 5 साल की बेटी के साथ दिल्ली जाने के लिए ट्रेन में चढ़ गई. पति ने पत्नी और बेटी की गुमशुदगी की सूचना नेवई पुलिस को दी. जिसके बाद पुलिस ने दोनों को 48 घंटों के अंदर भोपाल से बरामद कर लिया.
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महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की टीम से किया गया संपर्क
उमेश की पत्नी ममता देवांगन घर में बिना किसी को बताए 21 मई को अपनी 5 साल की बेटी को लेकर सीधे दुर्ग स्टेशन पहुंच गई. जहां से लोकल ट्रेन में बैठकर वो नागपुर पहुंची. वहां पहुंचने के बाद उसने सोचा कि उसे दिल्ली में काम मिलेगा. तो वो दूसरी ट्रेन में बैठकर दिल्ली जा रही थी. इधर, इस बीच पति ने नेवई थाने में मां-बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी. नेवई पुलिस ने दोनों तक पहुंचने के लिए महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश की RPF, GRP और क्राइम ब्रांच से लगातार संपर्क किया. दोनों के फोटो भेजकर महिला के मोबाइल लोकेशन और दुर्ग रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी कैमरे को खंगाला. इसके आधार पर पुलिस महिला तक पहुंच पाई. GRP और RPF के जवानों ने तमिलनाडु एक्सप्रेस से बरामद कर दोनों को भोपाल स्टेशन पर उतार लिया. नेवई पुलिस मां-बेटी को लेकर भिलाई पहुंची. दोनों को परिजनों को सुरक्षित सौंप दिया गया है.
महिला की मां और भाई से भी पूछताछ
नेवई थाना प्रभारी भावेश साव ने बताया कि महिला का पहला लोकेशन नागपुर में मिला था. इसके बाद भोपाल की तरफ मिला. इसके आधार पर पहले ही एक टीम नागपुर रवाना कर दी गई थी. इसके बाद टीम भोपाल गई. जहां से सुरक्षित मां और बेटी को लाया गया. महिला की मां और भाई से भी पूछताछ की गई. मूलत: वे रायपुर के रहने वाले हैं. पारिवारिक झगड़े के चलते महिला घर छोड़कर चली गई थी.