दुर्ग : भिलाई से अलग कर रिसाली निगम के गठन को लेकर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू का विशेष योगदान रहा है. सदन की कार्यवाही को देखने के लिए गृह मंत्री खुद उपस्थित तो हुये. लेकिन एजेंडा के अतिरिक्त प्रदेश के आधे अधूरे गाए गये राजकीय गीत को लेकर विपक्ष के पार्षदों ने जमकर हंगामा किया.भाजपा पार्षदों ने गीत को लेकर इसे छत्तीसगढ़ का अपमान बताया.
राजकीय गीत के अपमान का मुद्दा गरमाया : सामान्य सभा के शुरुआत में हुए राजकीय गीत के कुछ लाइन छूटने पर भी अपमान का मुद्दा गरमाया रहा. जिस पर विपक्ष ने दोषियों पर कार्यवाही की मांग की है. सामान्य सभा की बैठक में शामिल महापौर के एक साल के कार्यकाल को भी विपक्ष ने नाकाम करार दिया है.सामान्य सभा के अंतिम समय तक गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू उपस्थित रहे. उन्होंने कहा मुझे हर मुकाम पर कुछ सीखने का मौका मिला है. आज भी इस सभा के माध्यम से मुझे सीखने का अवसर मिल रहा है. उन्होंने राजकीय गीत के अपमान को सिरे से खारिज करते हुये कहा कि 'गीत के शुरूआती लाइन के वक्त स्पीकर से कम आवाज आ रही थी. जो तुरंत बढ़ा दी गई थी.''
ये भी पढ़ें- मोती माला बनाने के नाम पर लोगों से करोड़ों की ठगी
ब्लैक लिस्टेड ठेका कंपनी को काम देने का आरोप : रिसाली नगर निगम की पहली सामान्य सभा में भाजपा पार्षदों ने क्षेत्र के विकास के मुद्दों पर सदन को घेरा,खासकर सफाई के लिए ठेका एजेंसी को लेकर मामला गरमा गया. विपक्ष का आरोप था कि धमतरी जिले में ब्लैक लिस्टेड ठेकेदार को गलत तरीके से कार्य सौंपा गया है. जिसमें महापौर शशि सिन्हा और उनके सदस्यों अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध है. इस मामले में जांच के बाद कार्यवाई की बात सामान्य सभा में सभापति केशव बंछोर ने की है.
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है छत्तीसगढ़ के राज्य गीत (राजकीय गीत) के अपमान का मुद्दा गरमाया था. बिलासपुर में वंदे भारत ट्रेन के आगमन के वक्त समारोह में भी यह मुद्दा गरमाया था. अब एक बार भिलाई के रिसाली नगर निगम में यह मुद्दा गरमाया है.