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भिलाई में सफाई कर्मी की मौत के बाद हंगामा, निगम में शव रखकर मुआवजे की मांग - नगर निगम भिलाई

भिलाई निगम Municipal Corporation Bhilai में घायल हुए सफाई कर्मी की इलाज के दौरान मौत हो गई. कर्मचारी के मौत के बाद सफाई कर्मियों ने निगम गेट के सामने शव रखकर प्रदर्शन किया. इस दौरान पीड़ित परिवार को दस लाख रुपए मुआवजा देने की मांग यूनियन ने की है.Bhilai latest news

Demand for compensation after death
भिलाई में सफाई कर्मी की मौत के बाद हंगामा
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Published : Dec 6, 2022, 7:09 PM IST

Updated : Dec 6, 2022, 7:50 PM IST

भिलाई : नगर निगम भिलाई (Municipal Corporation Bhilai) में मंगलवार को सफाई कर्मी की मौत पर जमकर हंगामा हुआ. काम के दौरान हादसे का शिकार होने के बाद इलाज के दौरान रायपुर में सोमवार को सफाई कर्मी की मौत हो गई. सफाई कर्मी की मौत के बाद भी न तो एजेंसी ने और न ही निगम ने किसी प्रकार की सहायता की. बढ़ते हंगामे के बीच निगम के स्वास्थ्य अधिकारी ने शुरुआती राहत के तौर पर 15 हजार दिए. पहले तो परिजनों ने रुपए लेने से इंकार कर दिया इसके बाद समझाइश का दौर चला. मौके पर मौजूद पुलिस और निगम के अधिकारियों ने काफी देर तक समझाया. हंगामे के बीच तहसीलदार क्षमा यदु भी मौके पर पहुंची और उन्होंने पूरे मामले में लोगों को आश्वस्त किया कि 15 दिनों में न्योचित कार्रवाई की जाएगी.Demand for compensation after death of sweeper in Bhilai

भिलाई में सफाई कर्मी की मौत के बाद हंगामा

कौन था मृतक : दरिश सोना ठेका एजेंसी पीवी रमन, तालपुरी रिसाली के अधीनस्थ कार्यरत था. शव के साथ प्रदर्शन कर रहे कर्मचारी यूनियन ने मृतक के परिवार को 10 लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग की है. साथ ही उनके परिवार को एक आवास की सुविधा देने की मांग की है.नगरीय निकाय जनवादी सफाई कामगार यूनियन और छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा मजदूर कार्यकर्ता समिति के साथ परिजनों और अन्य श्रमिकों ने मृतक का शव रखकर प्रदर्शन किया. इस दौरान निगम गेट के सामने जमकर हंगामा हुआ.

ये भी पढ़ें- भिलाई हाईटेक अस्पताल में मौत के बाद हंगामा


सफाई कर्मचारियों के लिए मुसीबत : बता दें निगम में कार्यरत प्लेसमेंट सफाई कर्मचारियों और मानदेय पर कार्यरत सफाई मित्र, स्वच्छता कामण्डी के रूप में कार्यरत श्रमिकों को किसी प्रकार की सुविधा नहीं दी जाती है. शासन एवं प्लेसमेंट एजेंसी आकस्मिक निधन या कार्य के दौरान दुर्घटनाग्रस्त होने पर किसी प्रकार की क्षतिपूर्ति नहीं दी जाती. इसके विपरीत औद्योगिक कारखानों या अन्य संस्थानों क्षेत्रों में दुर्घटनाग्रस्त कामगारों के परिवार को उचित मुआवजा एवं क्षतिपूर्ति राशि दी जाती है. नगरीय निकाय जनवादी सफाई कामगार यूनियन और छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा मजदूर कार्यकर्ता समिति ने इस दौरान मांग की है कि '' कार्यस्थल दुर्घटना में हर मृतक के परिवार को 10 लाख रुपए मुआवजा और निगम प्रशासन के तरफ से मृतक परिवार के लिए आवास की व्यवस्था की जाए. सभी कर्मचारियों के लिए 10 लाख का बीमा कराया जाए और अंतिम संस्कार के लिए 15000 रुपए दिए जाए. Bhilai latest news

भिलाई : नगर निगम भिलाई (Municipal Corporation Bhilai) में मंगलवार को सफाई कर्मी की मौत पर जमकर हंगामा हुआ. काम के दौरान हादसे का शिकार होने के बाद इलाज के दौरान रायपुर में सोमवार को सफाई कर्मी की मौत हो गई. सफाई कर्मी की मौत के बाद भी न तो एजेंसी ने और न ही निगम ने किसी प्रकार की सहायता की. बढ़ते हंगामे के बीच निगम के स्वास्थ्य अधिकारी ने शुरुआती राहत के तौर पर 15 हजार दिए. पहले तो परिजनों ने रुपए लेने से इंकार कर दिया इसके बाद समझाइश का दौर चला. मौके पर मौजूद पुलिस और निगम के अधिकारियों ने काफी देर तक समझाया. हंगामे के बीच तहसीलदार क्षमा यदु भी मौके पर पहुंची और उन्होंने पूरे मामले में लोगों को आश्वस्त किया कि 15 दिनों में न्योचित कार्रवाई की जाएगी.Demand for compensation after death of sweeper in Bhilai

भिलाई में सफाई कर्मी की मौत के बाद हंगामा

कौन था मृतक : दरिश सोना ठेका एजेंसी पीवी रमन, तालपुरी रिसाली के अधीनस्थ कार्यरत था. शव के साथ प्रदर्शन कर रहे कर्मचारी यूनियन ने मृतक के परिवार को 10 लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग की है. साथ ही उनके परिवार को एक आवास की सुविधा देने की मांग की है.नगरीय निकाय जनवादी सफाई कामगार यूनियन और छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा मजदूर कार्यकर्ता समिति के साथ परिजनों और अन्य श्रमिकों ने मृतक का शव रखकर प्रदर्शन किया. इस दौरान निगम गेट के सामने जमकर हंगामा हुआ.

ये भी पढ़ें- भिलाई हाईटेक अस्पताल में मौत के बाद हंगामा


सफाई कर्मचारियों के लिए मुसीबत : बता दें निगम में कार्यरत प्लेसमेंट सफाई कर्मचारियों और मानदेय पर कार्यरत सफाई मित्र, स्वच्छता कामण्डी के रूप में कार्यरत श्रमिकों को किसी प्रकार की सुविधा नहीं दी जाती है. शासन एवं प्लेसमेंट एजेंसी आकस्मिक निधन या कार्य के दौरान दुर्घटनाग्रस्त होने पर किसी प्रकार की क्षतिपूर्ति नहीं दी जाती. इसके विपरीत औद्योगिक कारखानों या अन्य संस्थानों क्षेत्रों में दुर्घटनाग्रस्त कामगारों के परिवार को उचित मुआवजा एवं क्षतिपूर्ति राशि दी जाती है. नगरीय निकाय जनवादी सफाई कामगार यूनियन और छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा मजदूर कार्यकर्ता समिति ने इस दौरान मांग की है कि '' कार्यस्थल दुर्घटना में हर मृतक के परिवार को 10 लाख रुपए मुआवजा और निगम प्रशासन के तरफ से मृतक परिवार के लिए आवास की व्यवस्था की जाए. सभी कर्मचारियों के लिए 10 लाख का बीमा कराया जाए और अंतिम संस्कार के लिए 15000 रुपए दिए जाए. Bhilai latest news

Last Updated : Dec 6, 2022, 7:50 PM IST
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