दुर्ग: पुलिस विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने का मामला सामने आया है. दुर्ग के रानीतराई पुलिस ने महासमुंद के ठग के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है.
पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने अपने ही भतीजे से लाखों रुपये लेकर पुलिस विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर जालसाजी की है. पुलिस ने बताया कि आरोपी ने डीआईजी की फर्जी साइन वाला ज्वॉइनिंग लेटर देकर उसे भेज दिया था. जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ.
आरोपी ने सगे भतीजे को बनाया ठगी का शिकार
आरोपी चाचा ने पुलिस विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर 2.5 लाख की ठगी की है. रानीतराई पुलिस ने आरोपी आकाश चंद्राकर के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है. आरोपी ने अपने भतीजे सरोज और नवीन को पुलिस विभाग में नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे संपर्क किया. दोनों से साल 2018 में रुपयों का लेनदेन किया. आरोपी चाचा ने 22 अगस्त 2020 को फर्जी नियुक्ति पत्र बनाकर नवीन को सोशल मीडिया के माध्यम से शेयर किया.
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आरोपी के खिलाफ 420 का केस दर्ज
आरोपी ने प्रार्थी को बताया था कि पुलिस मुख्यालय में डीआईजी ऑफिस जाकर ज्वॉइन करना है. आरोपी ने नवीन को बताया था कि 7 महीने तक ट्रेनिंग होगी, इसके बाद थाने में पोस्टिंग मिलेगी. जब प्रार्थी नवीन नियुक्ति पत्र को लेकर ज्वॉइन करने पहुंचा, तो उसे धोखाधड़ी होने की जानकारी लगी. रानीतराई थाना प्रभारी सीताराम ध्रुव ने बताया कि पुलिस विभाग में नौकरी दिलाने के नाम आरोपी ने दो लोगों से 2 लाख से ज्यादा की ठगी की है. पीड़ित युवक नवीन ने आरोपी चाचा आकाश चंद्राकर के खिलाफ 420 का केस दर्ज करवाया है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.