दुर्ग: शिवनाथ पर बने महमरा एनीकट से 8 फीट से भी ऊपर पानी बह रहा है. शिवनाथ नदी में तीन बांधो से लगातार 62 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा (Thousands cusecs of water released in Shivnath river) गया है. इस वजह से नदी जल स्तर और बढ़ेगा और नदी के किनारे बसे गांव बाढ़ में डूब सकते हैं. जिसको देखते हुए प्रशासन ने अलर्ट जारी (Alert issued in villages situated on banks of river) कर दिया गया है. जल संसाधन विभाग ने नदी का जलस्तर और भी बढ़ने की संभावना व्यक्त की है.
शिवनाथ नदी में हजारों क्यूसेक पानी छोड़ा गया: जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री सुरेश पांडे ने बताया कि "जिले में हो रही बारिश के बाद शिवनाथ नदी में केचमेंट एरिया एवं तीन बैराज से लगातार 62 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. नदी का जल स्तर और भी अधिक बढ़ने की संभावना बनी हुई है. शिवनाथ नदी में तीन बैराजों से, जिसमें मोगरा जलाशय से 45 हजार क्यूसेक, घुमरिया जलाशय से 4500 क्यूसेक और सूखा नाला जलाशय से 12500 क्यूसेक पानी (Thousands cusecs of water released in Shivnath river) छोड़ा गया है. जिसके कारण नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है."
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खतरे के निशान से ऊपर बह रही शिवनाथ नदी: शिवनाथ नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. महामरा एनीकट में किसी भी प्रकार के अनहोनी को ध्यान में रखते हुए दुर्ग पुलिस द्वारा गोताखोर व पुलिस बल की तैनाती की गई है. साथ ही महमरा एनीकट मार्ग के दोनों तरफ पुलिस बल तैनात किया गया है. जो नदी की ओर आने वाले लोगों को रोका रही है. उसके बाउजूद लोग नदी के उफान को देखने आ रहे हैं. जिसको देखते हुए पुलिस को अब सख्ती करना पड़ रहा है.
शिवनाथ नदी में लगातार हो रही है घटनाएं: इसी शिवनाथ नदी में पिछले कुछ दिनों में कई लोगों ने कूदकर जान दी है और कई बड़े हादसे भी हुए हैं. जिससे लोगों की जान चली गई है. लेकिन शिवनाथ नदी खतरे के निशान के ऊपर से बह रही है. जिसे देखते हुए नदी के किनारे बसे गांवों के लोगों को अलर्ट (Alert issued in villages situated on banks of river) पर रहने के निर्देश दिए गए हैं.