भिलाई: नगर निगम कमिश्नर ने निर्माणाधीन इंडोर बैडमिंटन कोर्ट की दीवार गिराने के बाद एक टीम बनाकर जांच के निर्देश दिए थे. जांच टीम की प्राथमिक रिपोर्ट के आधार पर निर्माण कार्य करा रही उप अभियंता श्वेता महेश्वरी को सस्पेंड कर दिया गया गै. वहीं ठेकेदार का कॉन्ट्रैक्ट कैंसल करते हुए अमानत राशि को राजसात करने का आदेश दिया है.
जांच टीम ने पाई गड़बड़ी: कमिश्नर रोहित व्यास ने बीते 18 मार्च को निर्माणाधीन इंडोर बैडमिंटन कोर्ट की दीवार गिरने के मामले में 4 सदस्यीय टीम का गठन किया था. इस टीम ने इंडोर बैडमिंटन कोर्ट का निरीक्षण किया. टीम की रिपोर्ट में सब इंजीनियर और ठेकेदार की कई गड़बड़ी मिली. इस पर कार्रवाई करते हुअ सब इंजीनियर श्वेता महिश्वर को सस्पेंड कर दिया गया.
ठेकेदार का कॉन्ट्रैक्ट रद्द: निर्माण एजेंसी मेसर्स किरण कंस्ट्रक्शन के कॉन्ट्रैक्ट और वर्क आर्डर आदेश को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया है. साथ ही निविदा के लिए जमा की गई अमानत राशि को भी निगम ने राजसात करने का आदेश दिया है. फिलहाल जांच टीम इस बात की भी जांच कर रही है कि निर्माणाधीन स्टेडियम की दीवार कैसे गिरी है. इसका पता अभी नहीं चल पाया है.
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12 की बजाय ठेकेदार ने डाला था 10 एमएम का सरिया: 18 मार्च को हल्की बारिश और हवा के बीच इंडोर बैडमिंटन कोर्ट की 35 फिट दीवार अचानक गिर गई. ठेकेदार पर घटिया निर्माण को लेकर आरोप लगाया गया था. कमिश्नर ने जांच टीम गठित कर जांच के निर्देश दिए थे. टीम ने पाया कि ठेकेदार को अनुबंध के अनुसार दीवार जोड़ाई के दौरान 12 एमएम का सरिया डालना था. लेकिन ठेकेदार ने 10 एमएम का सरिया ही लगाया था. आपको बता दे कि इंडोर बैडमिंटन कोर्ट 38 लाख की लागत से बनाया जा रहा है.