दुर्ग: दुर्ग जिले में लागू किए गए लॉकडाउन के दूसरे दिन भी शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसरा नजर आया. बाजार और सब्जी दुकानों तक को खोलने की अनुमति ना होने के कारण बाजार भी वीरान रहे. सड़क पर जो लोग नजर भी आए वह काम पर जा रहे थे. इसके अलावा नेशनल हाईवे पर लंबी दूरी की गाड़ियां दौड़ती नजर आई. लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए पुलिस की टीम भी सक्रिय नजर आ रही है. हालांकि इस बीच पुलिस गाड़ी और एंबुलेंस के सायरन की आवाज सन्नाटे को चिरती रही. शहर से लेकर गांव तक चप्पे-चप्पे में खामोशी पसरी रही. आज के हालात फिर लोगों को साल भर पहले लगे लॉकडाउन की याद दिला रहे हैं.
कोरोना के बढ़ते कहर को देखते हुए जिला प्रशासन ने 6 से 14 अप्रैल तक जिले में लॉकडाउन लगाया है. इस बार पिछले साल से भी ज्यादा सख्त लॉकडाउन का मंजर दिखाई दे रहा है. फोरलेन और सेंट्रल एवेन्यू में वाहनों की आवाजाही जरूर थी, लेकिन बहुत कम. बाकी सड़कों और गलियों में भी दो-चार वाहन आते-जाते रहे. लिंक रोड मार्केट,सुपेला मार्केट,लक्ष्मी मार्केट, इंदिरा मार्केट और सिविक सेंटर सहित तमाम बजार और दुकानें बंद रही.
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पिछले बार सब्जी बाजार को थी छूट
पिछले साल लॉकडाउन में सब्जी बाजारों को खुले मैदान में शिफ्ट किया गया था. लेकिन इस बार कोरोना के कहर को देखते हुए सभी सब्जी बाजारों को भी बंद करने के निर्देश दिए गए हैं. स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटरों को पहले से ही बंद किया जा चुका है. बैंक भी सुबह 10 से दोपहर 1 बजे तक ही खुले रहे. नगर निगम मुख्यालय और जोन कार्यालयों में भी आवश्यक सेवाओं को छोड़कर बाकी कामकाज बंद रहा.
सोशल मीडिया के जरिए पुलिस कर रही अपील
दुर्ग पुलिस ने लॉकडाउन के दौरान सोशल मीडिया लाइव के माध्यम से लोगों से अपील की. पुलिस ने कहा कि लोग अपने घरों पर ही रहे. बिना वजह के घर से बाहर ना निकले. महामारी को नियंत्रित करने में प्रशासन की मदद करें. पुलिस विभाग के इस लाइव प्रोग्राम को अब तक लाखों लोगों ने देखा. इसके अलावा पुलिस ने सुबह और शाम फ्लैग मार्च भी निकाला.
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मोबाइल चेक पोस्ट बनाकर की जा रही जांच
दुर्ग पुलिस ने जिले में 19 स्थानों पर मोबाइल चेक पोस्ट लगाया है. जहां बिना मास्क और बिना किसी कारण के बाहर घूमने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. बाहर घूमते मिल रहे लोगों से कारण पूछा जा रहा है. संतोषप्रद जवाब ना मिलने पर उनके खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है.