दुर्ग: दुर्ग के मोहन नगर क्षेत्र के दीपक नगर जैन मंदिर के पास गांजा बिक्री की सूचना मिली. जिस पर दुर्ग सीएसपी वैभव बैंकर की टीम ने घेराबंदी कर गांजा तस्कर आकाश भदौरिया को हिरासत में लिया. आरोपी से कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने बताया कि जीआरपी के आरक्षक उसे गांजा लाकर देते थे. जिसके बाद पुलिस ने दोनों जीआरपी के आरक्षकों को हिरासत में लिया. जिन्होंने गांजा तस्कर आकाश भदौरिया को गांजा देने की बात को स्वीकार किया. पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ एनडीपीएस के तहत कार्रवाई की है.
जीआरपी के जवान ट्रेन से गांजा लूट कर फल कारोबारी को देते थे: मामले में दुर्ग एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने बताया कि "पकड़े गए जीआरपी के जवान गांजा तस्करों से गांजा लूटकर रेलवे स्टेशन में फल बेचने वाला आकाश भदौरिया को बेचते थे. जिसके बाद आकाश भदौरिया सागर यादव नाम के गांजा तस्कर को गांजा बेचता था. इस पूरे मामले में जीआरपी के आरक्षक विकास सिंह और शैलेन्द्र सिंह गांजे के अवैध कारोबार में संलिप्त थे. गांजा तस्कर आकाश ने पुलिस को बताया है कि जीआरपी के दोनों आरोपी आरक्षक पिछले 8 महीनों से गांजा तस्करी के कारोबार को अंजाम दे रहे थे."
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फिल्मी स्टाइल में करते थे गांजे की तस्करी : जैसे पुष्षा फिल्म में चंदन का सैंपल दिखाकर चंदन का सौदा किया करते थे. ठीक उसी तरह से जीआरपी के आरक्षक भी पहले गांजा तस्कर आकाश को सोशल मीडिया में गांजे के सैंपल की तस्वीर भेजते थे. जिसके बाद सौदा किया जाता था. फिर आकाश दूसरे गांजा तस्करों को उसे सप्लाई करता था. आरोपी पिछले 6 महीने से आकाश को गांजा खपाने के लिए कम दामों में देते थे. पुलिस ने आरोपियों के पास से 16 किलो गांजा बरामद किया है. जिसकी अनुमानित कीमत 2 लाख 40 हजार बताई जा रही है.