दुर्गः चंदूलाल चंद्राकर कोविड केयर हास्पिटल में नर्स-डे बेहद खास तरीके से मनाया गया. साल भर से यहां मेहनत कर रहे डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ को सम्मानित किया गया. इसके लिए खास तौर पर थैंक यू लेटर बनाया गया था और चाकलेट भी रखे गये थे. सभी को थैंक यू लेटर और चाकलेट भेंट की गई. नर्स डे के दिन प्रबंधन की ओर से इस तरह से दिन को खास बनाने को लेकर नर्सिंग स्टाफ में खासा उत्साह दिखा. इस मौके पर डिप्टी कलेक्टर अरुण वर्मा ने कहा कि बीते कई दिनों से नर्सें ठीक से सोई तक नहीं हैं. वे कड़ी मेहनत और मरीजों की लगातार सेवा कर रही हैं. इसकी जितनी भी तारीफ की जाए कम है.
आपकी वजह से कई परिवारों के चिराग लौटे
डिप्टी कलेक्टर अरुण ने कहा कि सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से वे नर्स की सेवाओं को लगातार देख रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह अथक परिश्रम बहुत काम आया है. कई परिवारों के घर के चिराग लौटे हैं. स्वास्थ्यकर्मियों की मेहनत से बहुत सी जिंदगी गुलजार हुई है. हॉस्पिटल के मेडिकल आफिसर डॉ. अनिल शुक्ला ने कहा कि बीते कई दिनों से स्वास्थ्यकर्मी रात-दिन मेहनत कर रहे हैं. महामारी के इस दौर में नर्स कोरोना वारियर्स के रूप में अग्रिम पंक्ति में कोरोना पीड़ितों की सहायता कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इनकी जितनी भी तारीफ की जाए कम है. डॉ. सुगम सावंत ने भी सभी चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ को नर्स डे की बधाई दी. इस मौके पर 53 डॉक्टर, 133 नर्सिंग स्टाफ को सम्मानित किया गया.
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फ्लोरेंस नाइटिंगल के सम्मान में जलाया गया कैंडल
डिप्टी कलेक्टर अरुण ने बताया कि जब आटोमन साम्राज्य का दौर था और रूस ने तुर्की के क्रीमिया पर हमला किया था. इसमें बड़ी संख्या में लोग घायल हुए थे. फ्लोरेंस नाइटिंगल ने महिला समाजसेविकाओं के साथ मिलकर रातदिन मरीजों की सेवा की थी. उन्हें लेडी विद द लैंप लोग कहने लगे थे. उनकी स्मृति में 12 मई को स्टाफ नर्स के लिए कैंडल जलाये जाते हैं. कार्यक्रम में मौजूद सभी ने एक-दूसरे को नर्स-डे की शुभकामनाएं दी.