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भिलाई में मछली मार्केट के नामकरण पर सियासत, विवाद के बीच प्रस्ताव पारित

नगर निगम भिलाई में विपक्षी पार्टी भाजपा के विरोध को दरकिनार करते हुए कांग्रेस ने आज मछली मार्केट नामकरण के प्रस्ताव को बहुमत से पारित कर दिया है. General Assembly bhilai nagar nigam भिलाई के पावरहाउस मछली मार्केट को अब दिवंगत पार्षद मो. गफ्फार खान के नाम से जाना जाएगा. Politics on naming fish market वहीं केनाल रोड निर्माण में प्रभावित व्यवसायियों के वैकल्पिक व्यवस्थापन के प्रस्ताव पर भाजपा पार्षदों के तथ्यात्मक विरोध के बाद आयुक्त ने जांच कराने का आश्वासन दिया है.

Politics on naming of fish market
मछली मार्केट के नामकरण पर सियासत
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Published : Dec 30, 2022, 10:22 PM IST

मछली मार्केट के नामकरण पर सियासत

भिलाई: नगर निगम भिलाई की सामान्य सभा आज सभापति गिरवर बंटी साहू के निर्देश पर शुरू हुई.General Assembly bhilai nagar nigam सामान्य सभा में पावरहाउस मछली मार्केट के नामकरण के प्रस्ताव पर पक्ष और विपक्ष के बीच विरोधाभास देखने को मिला. Politics on naming fish market सत्ता पक्ष ने पावरहाउस मछली मार्केट का नामकरण निगम में पार्षद रहे स्वर्गीय मो. गफ्फार खान के नाम से किए जाने का प्रस्ताव लाया.

"मछली मार्केट का नामकरण किसकी मांग": प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए भाजपा पार्षद भोजराज ने जानना चाहा कि "मछली मार्केट का नामकरण मो. गफ्फार खान के नाम पर किए जाने की मांग किसके द्वारा किया गया है." सत्ता पक्ष की ओर से इस सवाल का जवाब नहीं मिल पाया. General Assembly bhilai nagar nigam लेकिन महापौर नीरज पाल ने कहा कि "मो. गफ्फार खान पेशे से मछली व्यवसायी थे. वे स्वयं और उनकी पत्नी लगातार 20 साल तक निगम में पार्षद रहे. Politics on naming fish market वर्तमान में मो. गफ्फार खान के पुत्र मो. मन्नान गफ्फार खान पार्षद और एमआईसी सदस्य हैं. इसलिए मछली मार्केट का नामकरण उनके नाम पर किए जाने एमआईसी में प्रस्ताव पारित किया गया है. विपक्ष के द्वारा हमारे निगम के दिवंगत साथी के सम्मान में विरोध नहीं किया जाना चाहिए."

"विश्राम मांझी के नाम पर हो मछली मार्केट": जिसके बाद भाजपा पार्षद भोजराज ने महापौर की बातों को अनदेखा करते हुए सदन को बताया कि "पावरहाउस मछली मार्केट का नामकरण शहीद विश्राम मांझी के नाम पर किए जाने का आवेदन उनके परिजनों की ओर से निगम को दिया गया है. General Assembly bhilai nagar nigam विश्राम मांझी बचपन से मछली मार्केट में अपने पारिवारिक व्यवसाय में संलग्न रहा. वर्ष 2005 में छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल की सेवा से जुड़ा. Politics on naming fish market एक साल बाद ही 2006 में विश्राम मांझी बस्तर में शहीद हो गया. गफ्फार खान का सम्मान हम भी करते हैं. लेकिन मछली मार्केट का नामकरण शहीद विश्राम मांझी के नाम पर होने से शहीद परिवार को सम्मान मिल सकेगा."

विवाद के बीच प्रस्ताव पारित: लेकिन इस बात और तर्क को दरकिनार कर सत्ता पक्ष ने शहीद विश्राम मांझी के सम्मान में और कुछ बेहतर करने का भरोसा दिलाते हुए मछली मार्केट का नामकरण मो. गफ्फार खान के नाम पर किए जाने का प्रस्ताव बहुमत से पारित कर दिया. सामान्य सभा में केनाल रोड निर्माण में प्रभावित व्यवसायियों को वैकल्पिक व्यवस्थापन के प्रस्ताव पर भोजराज और पीयूष मिश्रा ने अंजू जायसवाल के नाम पर आए आवेदन पत्र सवाल किया. Politics on naming fish market भाजपा पार्षदों ने सदन को बताया कि "अंजू जायसवाल ने जिस आम मुख्तयार नामा के आधार पर आवेदन किया है. General Assembly bhilai nagar nigam वह 2017 में बना होने से दो साल बाद उसकी वैद्यता खत्म हो चुकी है. वहीं पूर्व में अंजू जायसवाल के आवेदन को मूल स्टाम्प पेपर नहीं होने का हवाला देकर निरस्त किया जा चुका है. तो क्या पुन किए गए आवेदन में मूल स्टाम्प पेपर संलग्न किया गया है. निगम अधिकारी की ओर से मूल स्टाम्प पेपर संलग्न नहीं होने की जानकारी दी गई."

यह भी पढ़ें: दुर्ग भिलाई में अटल जी की मूर्ति लगाने पर हंगामा, बीजेपी और कांग्रेस कार्यकर्ता भिड़े

आयुक्त ने जांच का दिया आदेश: जस पर भाजपा पार्षद रिकेश सेन ने कहा कि "अगर मूल स्टाम्प पेपर संलग्न नहीं होने से पहले एक बार आवेदन निरस्त किया गया है. General Assembly bhilai nagar nigam तो फिर से उन्हीं परिस्थितियों में उस प्रकरण को सामान्य सभा में लाए जाने का कोई औचित्य नहीं है." जस पर निगम आयुक्त रोहित व्यास ने प्रकरण की जांच कराने के बाद आगामी सामान्य सभा में रखने का आश्वासन दिया.

मछली मार्केट के नामकरण पर सियासत

भिलाई: नगर निगम भिलाई की सामान्य सभा आज सभापति गिरवर बंटी साहू के निर्देश पर शुरू हुई.General Assembly bhilai nagar nigam सामान्य सभा में पावरहाउस मछली मार्केट के नामकरण के प्रस्ताव पर पक्ष और विपक्ष के बीच विरोधाभास देखने को मिला. Politics on naming fish market सत्ता पक्ष ने पावरहाउस मछली मार्केट का नामकरण निगम में पार्षद रहे स्वर्गीय मो. गफ्फार खान के नाम से किए जाने का प्रस्ताव लाया.

"मछली मार्केट का नामकरण किसकी मांग": प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए भाजपा पार्षद भोजराज ने जानना चाहा कि "मछली मार्केट का नामकरण मो. गफ्फार खान के नाम पर किए जाने की मांग किसके द्वारा किया गया है." सत्ता पक्ष की ओर से इस सवाल का जवाब नहीं मिल पाया. General Assembly bhilai nagar nigam लेकिन महापौर नीरज पाल ने कहा कि "मो. गफ्फार खान पेशे से मछली व्यवसायी थे. वे स्वयं और उनकी पत्नी लगातार 20 साल तक निगम में पार्षद रहे. Politics on naming fish market वर्तमान में मो. गफ्फार खान के पुत्र मो. मन्नान गफ्फार खान पार्षद और एमआईसी सदस्य हैं. इसलिए मछली मार्केट का नामकरण उनके नाम पर किए जाने एमआईसी में प्रस्ताव पारित किया गया है. विपक्ष के द्वारा हमारे निगम के दिवंगत साथी के सम्मान में विरोध नहीं किया जाना चाहिए."

"विश्राम मांझी के नाम पर हो मछली मार्केट": जिसके बाद भाजपा पार्षद भोजराज ने महापौर की बातों को अनदेखा करते हुए सदन को बताया कि "पावरहाउस मछली मार्केट का नामकरण शहीद विश्राम मांझी के नाम पर किए जाने का आवेदन उनके परिजनों की ओर से निगम को दिया गया है. General Assembly bhilai nagar nigam विश्राम मांझी बचपन से मछली मार्केट में अपने पारिवारिक व्यवसाय में संलग्न रहा. वर्ष 2005 में छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल की सेवा से जुड़ा. Politics on naming fish market एक साल बाद ही 2006 में विश्राम मांझी बस्तर में शहीद हो गया. गफ्फार खान का सम्मान हम भी करते हैं. लेकिन मछली मार्केट का नामकरण शहीद विश्राम मांझी के नाम पर होने से शहीद परिवार को सम्मान मिल सकेगा."

विवाद के बीच प्रस्ताव पारित: लेकिन इस बात और तर्क को दरकिनार कर सत्ता पक्ष ने शहीद विश्राम मांझी के सम्मान में और कुछ बेहतर करने का भरोसा दिलाते हुए मछली मार्केट का नामकरण मो. गफ्फार खान के नाम पर किए जाने का प्रस्ताव बहुमत से पारित कर दिया. सामान्य सभा में केनाल रोड निर्माण में प्रभावित व्यवसायियों को वैकल्पिक व्यवस्थापन के प्रस्ताव पर भोजराज और पीयूष मिश्रा ने अंजू जायसवाल के नाम पर आए आवेदन पत्र सवाल किया. Politics on naming fish market भाजपा पार्षदों ने सदन को बताया कि "अंजू जायसवाल ने जिस आम मुख्तयार नामा के आधार पर आवेदन किया है. General Assembly bhilai nagar nigam वह 2017 में बना होने से दो साल बाद उसकी वैद्यता खत्म हो चुकी है. वहीं पूर्व में अंजू जायसवाल के आवेदन को मूल स्टाम्प पेपर नहीं होने का हवाला देकर निरस्त किया जा चुका है. तो क्या पुन किए गए आवेदन में मूल स्टाम्प पेपर संलग्न किया गया है. निगम अधिकारी की ओर से मूल स्टाम्प पेपर संलग्न नहीं होने की जानकारी दी गई."

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आयुक्त ने जांच का दिया आदेश: जस पर भाजपा पार्षद रिकेश सेन ने कहा कि "अगर मूल स्टाम्प पेपर संलग्न नहीं होने से पहले एक बार आवेदन निरस्त किया गया है. General Assembly bhilai nagar nigam तो फिर से उन्हीं परिस्थितियों में उस प्रकरण को सामान्य सभा में लाए जाने का कोई औचित्य नहीं है." जस पर निगम आयुक्त रोहित व्यास ने प्रकरण की जांच कराने के बाद आगामी सामान्य सभा में रखने का आश्वासन दिया.

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