दुर्ग: दुर्ग के इंदिरा मार्केट स्थित कंपनी के कार्यालय का गुरुवार को बड़ी संख्या में महिलाओं ने घेराव किया. महिलाओं ने ऑफिस में रखे कंप्यूटर,फर्नीचर समेत अन्य सामान को कब्जे में ले लिया. जिसकी सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची और पीड़ितों को शांत कराया. इस दौरान पुलिस और ठगी की शिकार हुए महिलाओं के बीच धक्का मुक्की भी हुई. ठगी की शिकार महिलाओं ने कंपनी के ऑफिस में घुसकर तोड़फोड़ कर हंगामा भी किया.
2 महीने पहले ही शुरु हुई थी कंपनी: जानकारी के अनुसार इंदिरा मार्केट के कॉम्पलेक्स में निजी कंपनी पिछले 2 महीने से से चल रही थी. कंपनी के संचालक ने एक स्कीम लाया. जिसमें सिक्युरिटी के तौर पर 2500 रुपए जमा कराने पर लोगों को 3.5 किलो मोती माला बनाने के लिए दिया जाता था. मोतियों को माला के रूप में गुथने पश्चात जमा करने पर प्रति व्यक्ति 3500 रुपए देने का वादा कंपनी के संचालक ने दिया था.
महिलाओं से 2500 रुपए जमा कराए: संचालक ने हजारों महिलाओं से 2500 रुपए जमा करा लिया. फिर उन्हें माला बनाने का काम दिया. हितग्राही जब मोतियों का माला जमा करने इंदिरा मार्केट स्थित ऑफिस पहुंचे. तब उन्हें कार्यालय बंद मिला. कंपनी के कर्मचारी भी बाहर खड़े हुए थे. पीड़ितों के पूछे जाने पर कर्मचारियों ने बताया कि "आफ़िस सुबह से नहीं खुली है. संचालक फोन भी नहीं उठा रहा है." ऐसे में लोगों को समझने में देर नहीं लगा कि वे ठगी का शिकार हो गए हैं. अनुमान लगाया जा रहा है कि 2.5 से 3 करोड़ रुपए की ठगी हुई है.
वैधानिक कार्रवाई की जा रही: सिटी कोतवाली थाना प्रभारी एसएन सिंह ने बताया कि "महिलाओं ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है. जिसमें मोती माला बनाने के नाम पर हॉमग्रोन कंपनी ने महिलाओं से पैसा जमा कराया और फिर संचालक ऑफिस बंद कर फरार हो गया. महिलाओं की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है और वैधानिक कार्रवाई की जा रही है."