दुर्ग: भिलाई की भट्टी और साइबर यूनिट पुलिस ने शातिर ठग गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है. ठग गिरोह में एक महिला भी शामिल है.आरोपियों ने बड़े ही शातिराना अंदाज में बीएसपी के रिटायर्ड अधिकारी को अपना निशाना बनाया था. आरोपियों ने प्रार्थी को आईपीएम (इस्टेट पाकेट मनी) ऐप के माध्यम से और बैंकों में गिरवी रखे गोल्ड को सस्ते दाम में खरीदकर मार्केट में अच्छे दाम में बेच कर लाभ लेने का झांसा दिया था. (Fraud accused arrested in Bhilai )
बीएसपी कर्मी से की थी 40 लाख की धोखाधड़ी: आरोपियों ने प्रार्थी को लालच देकर अलग-अलग किस्तों में 40,58000 लेकर धोखाधड़ी की थी. मामले की शिकायत प्रार्थी ने 14 अप्रैल 2022 को भिलाई भट्टी थाने में की थी. जिसके बाद पुलिस लगातार इस मामले में जांच कर रही थी. तकनीकी विश्लेषण करने पर पुलिस आरोपियों तक पहुंची. आरोपियों की पुख्ता जानकारी होने पर पुलिस ने रायपुर और बिलासपुर से आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. जानकारी के अनुसार आरोपियों में शामिल रायपुर निवासी अदनान शाहिद पूर्व में एक बैंक का कर्मचारी रह चुका है. बाकी तीन में एक दुर्ग ओर 2 सतना के रहने वाले हैं. मामले के एक आरोपी फरार है जिसकी तलाश पुलिस कर रही है. आरोपियों ने बिहार में वारदात को अंजाम दिए है.
फिल्मी स्टाइल में चेकपोस्ट तोड़कर भागने की थी कोशिश लेकिन हुआ ये
ऑफिस खोलकर धोखाधड़ी को दे रहे अंजाम: पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपी भिलाई के सेक्टर 6 में गोल्ड में पैसा निवेश के कारोबार के लिए दफ्तर पहले अपने कारोबार को संचालित कर रहे थे. उसके बाद ऑफिस को बंद कर फरार हो गए. पुलिस इस मामले में शेखर पसीने,पंकज वर्मा,मुस्कान गुप्ता,अदनान शहीद को गिरफ्तार किया है. जबकि एक आरोपी शारिक खान फरार है. आरोपी में पंकज वर्मा और मुस्कान गुप्ता पति -पत्नी बताया जा रहा है. इस मामले का मुख्य आरोपी शेखर पसीने है पुलिस ने सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर दिया. जहां 3 आरोपियों को जेल भेज दिया है. मुख्य आरोपी शेखर पसीने का 2 दिन का पुलिस रिमांड लिया गया जिससे पुछताछ में और भी खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है.