दुर्ग : भिलाई में ईटीवी भारत के खबर का असर हुआ है.आदिवासी युवक की हत्या के बाद धरना दे रहे परिवार की सुध सरकार ने ली है.सरकार ने पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपए मुआवजा के साथ एक सदस्य को संविदा में नौकरी देने का वादा किया है.जिसके बाद पीड़ित परिवार ने भूख हड़ताल खत्म करते हुए सरकार को धन्यवाद ज्ञापित किया है.
पत्नी को मिलेगी नौकरी और मुआवजा : सरकार की ओर से प्रतिनिधि ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और संविदा नौकरी के साथ पांच लाख का मुआवजा दिया.जिसके बाद परिवार ने संतुष्ट होकर भूख हड़ताल खत्म किया. सरकार के प्रतिनिधि बनकर आए संदीप निरंकारी के मुताबिक महापौर नीरज पाल ने प्रतिनिधित्व करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मदद से 5 लाख रुपए मुआवजा और पत्नी को संविदा में नौकरी देने का निर्णय लिया है.परिवार के दुख के साथ पूरी कांग्रेस पार्टी साथ खड़ी है.
''सरकार ने हमें 5 लाख रुपए मुआवजा और संविदा में नौकरी दी है.इससे मैं संतुष्ट हूं. मेरी मांग है कि जितने भी आरोपी इसमें शामिल थे सभी को पुलिस गिरफ्तार करे, अभी बस दो लोगों को पुलिस गिरफ्तार की है.'' मृतक की पत्नी
वहीं हिंदू संगठन ने भी मामले में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं.हिंदू संगठन ने अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की है.15 दिनों से भूख हड़ताल में बैठे विश्व हिंदू परिषद के सदस्य राजीव चौबे ने भी सरकार के कदम की सराहना की है.
''मुआवजा से परिवार संतुष्ट है, इससे हम लोग भी संतुष्ट हैं. हमारी प्रशासन से मांग है कि जितने भी आरोपी इसमें शामिल थे सभी आरोपियों को गिरफ्तार करें. इसमें मुख्य आरोपी एक लड़की थी. लेकिन पुलिस वाले उसको अब तक गिरफ्तार नहीं किए हैं.'' रविंद्र चौबे, सदस्य, वीएचपी
क्या था मामला ? : दो हफ्ते पहले स्मृति नगर थाना क्षेत्र में रहने वाले आदिवासी समाज के युवक चंद्रशेखर की हत्या कर दी गई थी.जिसके बाद उसका परिवार बेसहारा हो गया था.परिवार ने मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग पर स्मृति नगर थाने के सामने धरना देना शुरु किया.इस धरने का समर्थन हिंदू संगठनों ने किया था.संगठन ने मांग की थी कि एक तरफ सरकार क्षेत्र में हुए हाईप्रोफाइल हत्याकांड के बाद पीड़ित परिवार को सहायता के तौर पर मुआवजा और नौकरी दे रही है.वहीं दूसरी तरफ गरीब परिवार में हुई हत्या की ओर ध्यान नहीं दे रही.लेकिन 15 दिन बाद सरकार ने पीड़ित परिवार को बड़ी राहत देकर मामले को शांत किया है.