दुर्ग: ETV भारत की खबर का एक बार फिर असर हुआ है. जिले के पाटन इलाके में एक परिवार को समाज से बहिष्कृत कर दिया गया था. अपना सामाजिक सरोकार निभाते हुए ETV भारत ने पूरे खबर को प्रमुखता से दिखाया. इसके बाद गुरुवार को पुलिस अधिकारियों ने गांव पहुंच ग्रामीणों को समझाइश दी है.
दरअसल, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विधानसभा क्षेत्र पाटन के अरमरी खुर्द गांव के दबंग परिवारों ने 16 सदस्यों के परिवार के खिलाफ सामाजिक बहिष्कार का फरमान जारी कर दिया था. इस परिवार की गलती सिर्फ इतनी थी कि उन्होंने प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत मिशन के तहत घर के बाहर शौचालय बना लिया. इसकी सजा उस परिवार को सामाजिक बहिष्कार के रूप में मिली. इतना ही नहीं समाज के लोगों ने परिवार पर आर्थिक दंड का भी फरमान जारी कर दिया था.
'गांव के लोग अपने आपको ही कानून मानते हैं'
वहीं मामले में गांव के सरपंच ने भी कहा कि परिवार के साथ जो भी हो रहा है वह सब गलत है. उन्होंने कहा कि चंद लोग अपने आप को गांव का ठेकेदार समझते हैं. राजनीतिक संरक्षण में पल रहे समाज को खोखला करने वाले दकियानूसी विचार अपने को कानून और संविधान से ऊंचा समझते हैं.
गांव के लोगों को SDOP की हिदायत
ETV भारत के खबर दिखाने के बाद पाटन SDOP आकाश राव गिरेपुंजे के और थाना प्रभारी रानीतराई ने गांव पहुंच कर ग्रामीणों के साथ बैठक कर उन्हें समझाइश दी. एसडीओपी ने बताया कि क्षेत्र के 5 दुकानदारों को बुला कर व्यवहार और लेन-देन शुरू करने के निर्देश दिए.
आपसी रिश्ते बरकार रखने की अपील
बता दें कि ETV भारत ने परिवार के गुहार को प्रमुखता से दिखाया था, जिसके बाद जांच टीम गांव पहुंची और गांववालों को समझाइश देकर आपसी रिश्ते बरकार रखने की अपील की, इसे मानते हुए अब गांववाले परिवार के साथ मिलजुल कर रहने की बात कर रहे हैं.