दुर्ग: सोशल मीडिया पर लड़कियों से दोस्ती कर उसे अपने प्रेम जाल में फंसाकर ब्लैकमेल करने वाला शातिर सेक्सटॉर्शन गिरोह का दुर्ग पुलिस ने पर्दाफाश (Durg police busted sextorsion gang ) किया है. गिरोह के एक सदस्य को पुलिस ने हरियाणा से गिरफ्तार किया है. आरोपी को हरियाणा के मेवात से काफी मशक्कत के बाद गिरफ्तार किया गया. आरोपी पिछले दो साल में कई लोगों को अपना शिकार बना चुका है.
टीम गठित कर हुई कार्रवाई
आरोपी वकील अहमद ने बीते साल अक्टूबर 2021 में दुर्ग के ग्राम बोरी के एक युवक को अपने जाल में फंसा लिया था. युवक ने परिवार के डर से आरोपी को 17 हजार रुपये दे भी दिये थे. उसके बावजूद आरोपी वकील अहमद ने और पैसों की मांग की. इससे परेशान होकर युवक ने आत्महत्या कर ली थी. इस घटना के बाद पुलिस जांच में जुट गई थी. पुलिस की जांच में यह बातें सामने आई थीं कि युवक कुछ दिनों से काफी परेशान था. एक युवती उसे ब्लैकमेल करती थी, जिससे परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली. इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की. जांच में आरोपी के मेवात हरियाणा में होने की जानकारी मिली. इसके बाद दुर्ग पुलिस ने एक टीम गठित कर आरोपी को पकड़ने के लिए हरियाणा रवाना हुई.
आरोपी को पकड़ने किसान बनकर गांव गई पुलिस
हरियाणा के लोहिंगाखुद गांव में कुछ दिनों पूर्व दो पक्षों के बीच खूनी संघर्ष हुआ था. इस जानकारी के बाद भी दुर्ग पुलिस गांव में 3 दिनों से किसान बनकर डेरा डाले बैठी रही. मौका देखकर आरोपी को दुर्ग पुलिस ने दबोच लिया. पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. आरोपी ने पुलिस को बताया कि वो पिछले 2 वर्षों से इसी तरह का काम कर रहा था. आरोपी महज तीसरी कक्षा तक पढ़ा है, लेकिन तकनीकी ज्ञानी है. वह ब्लैकमेलिंग कर मोटी रकम अपने खाते में ट्रांसफर कराता था. पुलिस ने बताया कि मेवात में इसी तरह के करीब 25-30 लोग हैं, जो ब्लैकमेलिंग का काम कर रहे हैं. फिलहाल पुलिस इस मामले के दो फरार आरोपी जहीर अब्बास और अजरुद्दीन की तलाश में जुटी हुई है.
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सेक्सटॉर्शन गैंग कई तरीके से देते हैं वारदात को अंजाम
आरोपी सोशल मीडिया पर फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर उसमें खूबसूरत लड़कियों की फोटो लगाते थे. फिर आम लोगों को फ्रैंड रिक्वेस्ट भेजते थे. जैसे ही कोई दोस्त बन जाता था, उसका व्हाट्सएप नम्बर मांगकर वहां बातचीत शुरू करते थे. उसके बाद उसे पूरी तरह जाल में फंसाकर वीडियो कॉल पर आने के लिए कहते थे. पीड़ित को कपड़े उतारने के लिए कहा जाता था. वीडियो कॉल पर आते ही गैंग के गिरोह अश्लील वीडियो चलाते थे और वीडियो कॉल को रिकॉर्ड करके लोगों को ब्लैकमेल करते थे. फिर वीडियो वायरल करने के नाम पर पैसे की उगाही की जाती थी. जो लोग पैसा नहीं देते थे, उसे साइबर पुलिस बनकर पुलिस में उनकी शिकायत आने की बात कहते थे. इस तरह से ब्लैकमेल कर पैसे की उगाही की जाती थी.
पुलिस की लोगों से सतर्क रहने की अपील
दुर्ग पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि सेक्सटॉर्शन का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है. लोग संकोच न करें. अगर आप भी इनके शिकार हो गए हैं तो सीधा पुलिस से शिकायत करें. किसी भी अंजान लड़की का फेसबुक में फ्रैंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें. किसी अनजान लोगों से सोशल मीडिया पर दोस्ती न करें. साथ ही अनजान लोगों से वीडियो कॉल पर बात न करें.