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महादेव सट्टा ऐप का मास्टरमाइंड नसीम गिरफ्तार, दुबई बैठे सट्टेबाजों से संबंध का खुलासा

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Published : Dec 12, 2022, 11:35 PM IST

Durg police action on Mahadev Satta app दुर्ग पुलिस ने महादेव एप और अन्य ऑनलाइन सट्टा एप के विरुद्ध माड्यूल 02 की कारवाई की है. Mahadev Satta app mastermind Naseem ऑनलाइन सट्टा महादेव एप में उपयोग हो रहे फर्जी खातों को संचालित करने वाले मास्टर माइंड नसीम को दुर्ग पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी दवाई दुकान की आड़ में सट्टेबाजी के इस एप का संचालन करता था. नसीम के दुबई में बैठे सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल से सीधे संबंध हैं. जो इस महादेव एप के सरगना है. पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि नसीम ने कई लोगों को महादेव एप की आईडी बेचकर करोड़ों रुपये कमाए हैं. उसके पास से 10 से अधिक बैंक खाते सहित एक कॉरपोरेट एकाउंट मिला है. जिसमें कई ट्रांजेक्शन हुए हैं. अब पुलिस को इस खाते की डिटेल्स से कई लीड मिलेंगे.mastermind Naseem arrested in durg

Big master mind of Mahadev satta app arrested
महादेव सट्टा ऐप का बड़ा मास्टर माइंड गिरफ्तार
महादेव सट्टा ऐप का बड़ा मास्टर माइंड गिरफ्तार

भिलाई: Mahadev Satta app mastermind Naseem दुर्ग पुलिस एसपी अभिषेक पल्लव के मुताबिक महादेव सट्टा एप के अवैध कारोबार में नसीम काफी लंबे समय से जुड़ा हुआ है. नसीम भिलाई का रहने वाला है. कुछ दिन पहले यहां कुछ सटोरियों की गिरफ्तारी हुई थी. जिसके बाद से पुलिस को यह लिंक मिला. गिरफ्तार सटोरियों ने बताया कि नसीम नाम के व्यक्ति ने महादेव एप की आईडी बेची है. पुलिस को आरोपी से 01 लैपटॉप, 02 नग मोबाइल, 05 नग चेकबुक, 01 नग पासबुक, 02 एटीएम कार्ड बरामद हुआ है. थाना भिलाई भट्ठी और एण्टी क्राइम एवं सायबर यूनिट की संयुक्त कारवाई में आरोपी नसीम की गिरफ्तारी हुई. आरोपी नसीम ने सौरभ चंद्राकर के चाचा दिलीप चंद्राकर का भी नाम लिया है. durg crime news mastermind Naseem arrested in durg

धोखे से खुलवाया जाता था खाता: Durg police action on Mahadev Satta पुलिस अधीक्षक दुर्ग डॉ अभिषेक पल्लव ने पत्र वार्ता में बताया कि "दुर्ग पुलिस द्वारा लगातार ऑनलाइन सट्टा के विरुद्ध कारवाई की जा रही थी. कारवाई के दौरान प्राप्त बैंक खातों की जांच सूक्ष्मता से की जा रही थी. प्राप्त बैंक खातों की जांच के दौरान सट्टा कारोबारियों द्वारा खाता धारकों के बैंक खाता को धोखे से खुलवाकर सट्टे के कारोबार में उपयोग किया जाता था. इसी कड़ी में 11 दिसंबर को थाना भिलाई भट्ठी एवं एण्टी क्राइम और सायबर यूनिट को सूचना मिली कि नसीमुद्दीन नाम का शख्स महादेव सट्टा एप का संचालन कर रहा है. सूचना पर पुलिस ने कार्रवाई की. फिर उसकी गिरफ्तारी हुी.

यह भी पढ़ें: भिलाई में सफाई कर्मी की मौत के बाद हंगामा, निगम में शव रखकर मुआवजे की मांग

पूछताछ में हुए कई खुलासे: प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी पुलिस को गुमराह करता रहा. किन्तु तकनीकी रूप से निरंतर पूछताछ करने पर अपना अपराध स्वीकार किया. जिससे ज्ञात हुआ कि आरोपी दवाई दुकान की आड़ में लगभग 01 वर्षे से फर्जी खाता खुलवाकर खातों का उपयोग महादेव ऑनलाइन सट्टा के पैनल में उपयोग कर रहा है. आरोपी द्वारा इस पैनल का संचालन नागपुर एवं कोलकाता में भी कराया जा रहा था. आरोपी द्वारा अवैधानिक कार्य के संचालन हेतु 15,000 20,000 रुपये के मासिक वेतन में व्यक्तियों को रखा गया था.आरोपी द्वारा स्वयं अपने एवं अपनी पत्नी के खातों का उपयोग भी ऑनलाइन सट्टा एप के लिए किया जा रहा था. नसीम की पत्नी से करीब 6 करोड़ रुपये का बैलेंस मिला है.

महादेव सट्टा ऐप का बड़ा मास्टर माइंड गिरफ्तार

भिलाई: Mahadev Satta app mastermind Naseem दुर्ग पुलिस एसपी अभिषेक पल्लव के मुताबिक महादेव सट्टा एप के अवैध कारोबार में नसीम काफी लंबे समय से जुड़ा हुआ है. नसीम भिलाई का रहने वाला है. कुछ दिन पहले यहां कुछ सटोरियों की गिरफ्तारी हुई थी. जिसके बाद से पुलिस को यह लिंक मिला. गिरफ्तार सटोरियों ने बताया कि नसीम नाम के व्यक्ति ने महादेव एप की आईडी बेची है. पुलिस को आरोपी से 01 लैपटॉप, 02 नग मोबाइल, 05 नग चेकबुक, 01 नग पासबुक, 02 एटीएम कार्ड बरामद हुआ है. थाना भिलाई भट्ठी और एण्टी क्राइम एवं सायबर यूनिट की संयुक्त कारवाई में आरोपी नसीम की गिरफ्तारी हुई. आरोपी नसीम ने सौरभ चंद्राकर के चाचा दिलीप चंद्राकर का भी नाम लिया है. durg crime news mastermind Naseem arrested in durg

धोखे से खुलवाया जाता था खाता: Durg police action on Mahadev Satta पुलिस अधीक्षक दुर्ग डॉ अभिषेक पल्लव ने पत्र वार्ता में बताया कि "दुर्ग पुलिस द्वारा लगातार ऑनलाइन सट्टा के विरुद्ध कारवाई की जा रही थी. कारवाई के दौरान प्राप्त बैंक खातों की जांच सूक्ष्मता से की जा रही थी. प्राप्त बैंक खातों की जांच के दौरान सट्टा कारोबारियों द्वारा खाता धारकों के बैंक खाता को धोखे से खुलवाकर सट्टे के कारोबार में उपयोग किया जाता था. इसी कड़ी में 11 दिसंबर को थाना भिलाई भट्ठी एवं एण्टी क्राइम और सायबर यूनिट को सूचना मिली कि नसीमुद्दीन नाम का शख्स महादेव सट्टा एप का संचालन कर रहा है. सूचना पर पुलिस ने कार्रवाई की. फिर उसकी गिरफ्तारी हुी.

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पूछताछ में हुए कई खुलासे: प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी पुलिस को गुमराह करता रहा. किन्तु तकनीकी रूप से निरंतर पूछताछ करने पर अपना अपराध स्वीकार किया. जिससे ज्ञात हुआ कि आरोपी दवाई दुकान की आड़ में लगभग 01 वर्षे से फर्जी खाता खुलवाकर खातों का उपयोग महादेव ऑनलाइन सट्टा के पैनल में उपयोग कर रहा है. आरोपी द्वारा इस पैनल का संचालन नागपुर एवं कोलकाता में भी कराया जा रहा था. आरोपी द्वारा अवैधानिक कार्य के संचालन हेतु 15,000 20,000 रुपये के मासिक वेतन में व्यक्तियों को रखा गया था.आरोपी द्वारा स्वयं अपने एवं अपनी पत्नी के खातों का उपयोग भी ऑनलाइन सट्टा एप के लिए किया जा रहा था. नसीम की पत्नी से करीब 6 करोड़ रुपये का बैलेंस मिला है.

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