दुर्ग : प्रदेश में यूनिर्वसल हेल्थ स्कीम के तहत दुर्ग जिला अस्पताल को कैशलेस बनाया जा रहा है, जिससे जिलेवासियों के साथ-साथ आसपास के लोगों को भी फायदा मिलेगा.
कैशलेस होने पर जिला अस्पताल में किसी तरह का कोई काउंटर नहीं होगा. अब तक जिला अस्पताल में इलाज करवाने के लिए 5 से 10 रुपए की पर्ची कटवानी पड़ती है, इसके बाद ही मरीज चेकअप करवा सकता है.
'मुफ्त में होगी हर जांच'
साथ ही अस्पताल के कैशलेस होने के बाद सभी वर्ग के लोगों को ब्लड टेस्ट से लेकर एमआरआई तक और सिटी स्कैन से लेकर ब्रेन मैपिंग तक की जांच मुफ्त में होगी.
'अस्पताल पर बढ़ेगा दबाव'
हालांकि अस्पताल के निशुल्क होने पर जिला अस्पताल के सिविल सर्जन का कहना है कि, 'कैशलेस होने पर अस्पताल पर दबाव बढ़ जाएगा'.
दरअसल, जिला अस्पताल में डॉक्टरों की भारी कमी है, जिसके कारण मरीजों का बेहतर इलाज नहीं हो पाता है, जिला अस्पताल के लिए 42 फर्स्ट क्लास डॉक्टरों के पद हैं, लेकिन वर्तमान में सिर्फ 11 पदों पर ही डॉक्टर अपनी सेवाएं दे रहे हैं. प्रतिदिन अस्पताल में 1 हजार से ज्यादा मरीज आते हैं और स्टाफ की कमी होने के कारण उनका इलाज ठीक से नहीं हो पाता है.