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यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम के तहत कैशलेस होगा दुर्ग जिला अस्पताल, मुफ्त में होगी हर जांच

दुर्ग जिला अस्पताल को कैशलेस बनाया जा रहा है. अस्पताल के कैशलेस होने के बाद सभी वर्ग के लोगों को  ब्लड टेस्ट से लेकर एमआरआई तक और सिटी स्कैन से लेकर ब्रेन मैपिंग तक की जांच मुफ्त में होगी.

यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम
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Published : Jun 12, 2019, 10:27 AM IST

दुर्ग : प्रदेश में यूनिर्वसल हेल्थ स्कीम के तहत दुर्ग जिला अस्पताल को कैशलेस बनाया जा रहा है, जिससे जिलेवासियों के साथ-साथ आसपास के लोगों को भी फायदा मिलेगा.

यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम

कैशलेस होने पर जिला अस्पताल में किसी तरह का कोई काउंटर नहीं होगा. अब तक जिला अस्पताल में इलाज करवाने के लिए 5 से 10 रुपए की पर्ची कटवानी पड़ती है, इसके बाद ही मरीज चेकअप करवा सकता है.

'मुफ्त में होगी हर जांच'
साथ ही अस्पताल के कैशलेस होने के बाद सभी वर्ग के लोगों को ब्लड टेस्ट से लेकर एमआरआई तक और सिटी स्कैन से लेकर ब्रेन मैपिंग तक की जांच मुफ्त में होगी.

'अस्पताल पर बढ़ेगा दबाव'
हालांकि अस्पताल के निशुल्क होने पर जिला अस्पताल के सिविल सर्जन का कहना है कि, 'कैशलेस होने पर अस्पताल पर दबाव बढ़ जाएगा'.

दरअसल, जिला अस्पताल में डॉक्टरों की भारी कमी है, जिसके कारण मरीजों का बेहतर इलाज नहीं हो पाता है, जिला अस्पताल के लिए 42 फर्स्ट क्लास डॉक्टरों के पद हैं, लेकिन वर्तमान में सिर्फ 11 पदों पर ही डॉक्टर अपनी सेवाएं दे रहे हैं. प्रतिदिन अस्पताल में 1 हजार से ज्यादा मरीज आते हैं और स्टाफ की कमी होने के कारण उनका इलाज ठीक से नहीं हो पाता है.

दुर्ग : प्रदेश में यूनिर्वसल हेल्थ स्कीम के तहत दुर्ग जिला अस्पताल को कैशलेस बनाया जा रहा है, जिससे जिलेवासियों के साथ-साथ आसपास के लोगों को भी फायदा मिलेगा.

यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम

कैशलेस होने पर जिला अस्पताल में किसी तरह का कोई काउंटर नहीं होगा. अब तक जिला अस्पताल में इलाज करवाने के लिए 5 से 10 रुपए की पर्ची कटवानी पड़ती है, इसके बाद ही मरीज चेकअप करवा सकता है.

'मुफ्त में होगी हर जांच'
साथ ही अस्पताल के कैशलेस होने के बाद सभी वर्ग के लोगों को ब्लड टेस्ट से लेकर एमआरआई तक और सिटी स्कैन से लेकर ब्रेन मैपिंग तक की जांच मुफ्त में होगी.

'अस्पताल पर बढ़ेगा दबाव'
हालांकि अस्पताल के निशुल्क होने पर जिला अस्पताल के सिविल सर्जन का कहना है कि, 'कैशलेस होने पर अस्पताल पर दबाव बढ़ जाएगा'.

दरअसल, जिला अस्पताल में डॉक्टरों की भारी कमी है, जिसके कारण मरीजों का बेहतर इलाज नहीं हो पाता है, जिला अस्पताल के लिए 42 फर्स्ट क्लास डॉक्टरों के पद हैं, लेकिन वर्तमान में सिर्फ 11 पदों पर ही डॉक्टर अपनी सेवाएं दे रहे हैं. प्रतिदिन अस्पताल में 1 हजार से ज्यादा मरीज आते हैं और स्टाफ की कमी होने के कारण उनका इलाज ठीक से नहीं हो पाता है.

Intro:छत्तीसगढ़ राज्य में यूनिवर्सल हेल्थ स्किम शुरू होने जा रही है जिसके अंतर्गत प्रदेश के एक मात्र मॉडल अस्पताल दुर्ग जिला अस्पताल को यूनिवर्सल हेल्थ स्किम से जोड़ा जाएगा जिसका फायदा जिले के आसपास के आम लोगो को भी मिलेगा ..Body:वीओ_ केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना की काट करने छत्तीसगढ़ की सरकार नई योजना लागू करने जा रही है यूनिवर्सल हेल्थ स्किम नाम की इस योजना अंतर्गत जिला अस्पताल दुर्ग को पूरी तरह कैशलेस किया जा रहा है जिला अस्पताल में किसी तरह का कोई काउंटर नही होगा ....आपको बता दे कि जिला अस्पताल में इलाज करवाने हेतु 5 से 10 रुपये की पर्ची कटाने पड़ती है जिसके बाद ही ओ पी डी में मरीज चेकअप करवा सकता है स्मार्ट कार्ड की योजना के बाद मरीज को कई स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ नही मिल पा रहा था जिसके बाद अब सभी वर्ग के लोगो को जिला अस्पताल में ब्लड टेस्ट से लेकर एमआरआई तक और सिटी स्कैन से लेकर ब्रेन मैपिंग तक सब कुछ निःशुल्क होगा ..हालांकि निः शुल्क अस्पताल होने पर जिला अस्पताल के सिविल सर्जन की माने तो कैशलेस होने पर अस्पताल पर दबाव बढ़ जाएगा दरअसल जिला अस्पताल में डॉक्टरों की भारी कमी है जिसके कारण मरीजो का बेहतर इलाज नही हो पाता है जिला अस्पताल के लिए 42 फर्स्ट क्लास डॉक्टरों के पद है वर्तमान में जिसमे केवल 11 पदों पर ही डॉक्टर अपनी सेवाएं दे रहे है प्रतिदिन अस्पताल में 1 हजार से ज्यादा मरीज आते है स्टाफ की कमी होने के कारण उनका इलाज ठीक से नही हो पाता है. बहरहाल पूर्णतः निःशुल्क होने पर मरीजो को इसका फायदा मिलेगा।

बाईट- केके जैन,सिविल सर्जन ,जिला अस्पताल,दुर्ग



कोमेन्द्र सोनकर,दुर्गConclusion:
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