दुर्ग: छत्तीसगढ़ में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं. दुर्ग जिले में भी कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ी है. सोमवार को इस साल के सबसे अधिक मरीज कोरोना संक्रमित मिले हैं. पिछले 24 घंटे में जिले में 468 मरीजों में कोरोना वायरस की पहचान हुई है. लगातार मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए दुर्ग कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने एक बड़ा फैसला लिया है. कलेक्टर ने निर्देश जारी करते हुए दुर्ग में सभा, रैली और धरना प्रदर्शन पर रोक लगा दी गई है. सार्वजनिक कार्यक्रमों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है. आदेश 10 अप्रैल तक लागू रहेगा.
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शादी के लिए 50 लोगों को ही अनुमति
लॉक डाउन के दौरान जिस तरह से 50 लोगों को शादी में शामिल होने के निर्देश दिए गए थे. ठीक वैसा ही निर्देश जिला प्रशासन ने एक बार फिर जारी किया है. इसके अलावा तमाम स्पोर्ट्स, खेलकूद और अन्य आयोजनों को पूरी तरह से प्रबंधित कर दिया गया है.
धार्मिक स्थलों पर भी नहीं होंगे आयोजन
कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट पर है. जगह-जगह मास्क की चेकिंग की जा रही है. निगम के कर्मचारी सब्जी मंडियों में जाकर कोविड गाइडलाइन का पालन करा रहे हैं. कोरोना न फैले इसके लिए प्रशासन ने धार्मिक स्थलों पर होने वाले आयोजनों पर रोक लगा दी है. प्रशासन ने जो निर्देश दिया है उसमें कहा गया है धार्मिक स्थल केवल पूजा के लिए ही खुले रहेंगे.
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दुर्ग में 4 कंटेंमेंट जोन बनाए गए
दुर्ग में पिछले कुछ दिनों से लगातार कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. प्रदेश में सोमवार को सबसे अधिक मरीज दुर्ग में मिले हैं. निगम ने देर रात 4 जगहों को कंटेंमेंट जोन में तब्दील करने का निर्देश जारी किया है. इसमें केलाबाड़ी, साहू सदन केलाबाड़ी, शास्त्री चौक केलाबाड़ी और पार्षद हमीद खोखर का मोहल्ला शामिल है. यहां मरीजों और उनके आसपास के तीन से चार घर के लोग इस कंटेनमेंट जोन के दायरे में हैं. इसके अलावा प्रशासन ने नियमित रूप से कंटेनमेंट जोन बनाने की तैयारी की है.