भिलाई : लोगों की गाढ़ी कमाई लूटने वाले चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी ने लोगों को अपनी चिटफंड कंपनी में निवेश करने के बदले एक साल में रकम दोगुना करने का झांसा दिया था.लेकिन जब पैसा वापस करने की बारी आई, तो कंपनी में ताला लगाकर संचालक फरार हो गया. इसकी शिकायत पुलिस से की गई थी.
कैसे की थी ठगी : एसएस बिजनेस हब कंपनी का डायरेक्टर मनोज कुमार साहू पुलिस की गिरफ्त में है. आरोपी ने चार साल पहले एसएस बिजनेस हब नाम से कंपनी खोली थी. कंपनी का ऑफिस पहले सुपेला में था. जिसमें वो लोगों को झांसा देकर निवेश करवाया करता था. लोगों ने भी आरोपी पर भरोसा करके कंपनी में अपनी जमा पूंजी लगा दी. इसके बाद सुपेला दफ्तर को बंद करके नेहरू नगर शिफ्ट किया गया. इस दौरान कई लोगों ने रकम दोगुनी होने के लालच में एक से पांच लाख तक का निवेश किया.
पैसा लौटाने से पहले आरोपी फरार : मनोज साहू ने साल भर में पैसा दोगुना करने का वादा तो लोगों से कर दिया. लेकिन जब पैसा वापस लौटाने का समय आया, तो आनाकानी करने लगा. मनोज ने लोगों को भरोसा दिलाया कि उनकी रकम जल्द ही खातों में आ जाएगी. लेकिन एक दिन जब लोग उसके ऑफिस पहुंचे, तो वो भाग चुका था. जिससे लोगों को ठगी का अंदेशा हुआ. इस मामले की शिकायत जिला प्रशासन से की गई. जहां से जांच प्रतिवेदन भेजकर सुपेला पुलिस को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई. जांच के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया.
''मनोज कुमार साहू निवासी श्री साईं कृपा अन्नपूर्णा सामुदायिक भवन के पास हनुमान नगर दुर्ग को ठगी के मामले में गिरफ्तार किया गया है.आरोपी ने चार साल पहले लोगों से लाखों रुपए कंपनी में निवेश करवाए.जब रकम लौटाने की बारी आई तो वो भाग गया.पुलिस ने तकनीकी टीम की मदद लेकर आरोपी को गिरफ्तार किया है.'' - दुर्गेश शर्मा, टीआई
चिटफंड कंपनी का फरार डायरेक्टर कोलकाता से गिरफ्तार |
खैरागढ़ में करोड़ों की ठगी करने वाला चिटफंड कंपनी का डायरेक्टर अरेस्ट |
प्रतिष्ठा चिटफंड कंपनी का फरार डायरेक्टर गिरफ्तार |
संपत्ति कुर्क करके होगी वसूली : अब तक की जांच में पता चला है कि आरोपी मनोज साहू ने करीब 250 से ज्यादा लोगों से निवेश करवाने के नाम पर ठगी की है. लोगों ने 30 हजार रुपये से लेकर पांच लाख रुपये तक निवेश एसएस बिजनेस हब में लगाया है.जिसकी रिकवरी अब पुलिस आरोपी से करेगी.इसके लिए पुलिस आरोपी की संपत्तियों के बारे में पता लगा रही है.ताकि उन्हें नीलाम करके लोगों की रकम लौटाई जा सके.