दुर्ग: देशभर में मजदूरों और श्रमिकों की वापसी के लिए सरकार ट्रेनें चला रही है. जिले में भी मजदूरों की वापसी के लिए सूची तैयार की जा रही है. जिला प्रशासन ने लगभग तैयारी पूरी कर ली है. सभी श्रमिकों को वापसी के बाद आइसोलेशन में रखा जाएगा.
जिले से भी लगभग 5 हजार मजदूर दूसरे राज्यों में फंसे हैं. जिन्हें वापस लाने राज्य सरकारों से सम्पर्क किया जा रहा है. लॉकडाउन के तीसरे चरण में जिले को ग्रीन जोन घोषित किए जाने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली है. जिले में 21 दिन के अंदर एक भी कोरोना पॉजिटिव मरीज नहीं मिला है. 38 दिनों के लॉकडाउन में 17 हजार लोगों की स्क्रीनिंग की गई है. इसमें से 1 हजार 400 से ज्यादा सैम्पल कलेक्ट किए गए थे, सभी की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई है.
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मजदूर और श्रमिकों को लाया जाएगा वापस
राज्य सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन ने राज्य के मजदूरों और श्रमिकों को वापस लाने की तैयारी कर ली है. कोटा के छात्रों की तर्ज पर अब मजदूरों को भी वापस लाया जाएगा. वहीं जिला कलेक्टर अंकित आनंद ने कहा कि केंद्र के निर्देश के बाद अभी राज्य सरकार से तीसरे लॉकडाउन के तहत छूट को लेकर कोई निर्देश जारी नहीं किए गए हैं. जल्द ही निर्देश प्राप्त होने के बाद सूचना जारी की जाएगी. फिलहाल बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों के परिजनों और यहां फंसे मजदूरों से आवेदन मंगाया जा रहा है. प्रशासन श्रमिकों को वापस लाने की तैयारी कर रहा है.