भिलाई: खुर्सीपार के गौतम नगर में डायरिया (उल्टी-दस्त) फैलने से लोगों में हड़कंप मच गया है. यहां डायरिया के 34 मरीज मिले हैं. 4 मरीजों की हालत गंभीर होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पूरे दुर्ग भिलाई में डायरिया से अब तक 50 से ज्यादा मरीज मिले हैं. अकेले गौतम नगर में अब तक 50 से ज्यादा लोग डायरिया से संक्रमित हो चुके हैं.
भिलाई में डायरिया मरीजों का आंकड़ा 50 के पार : रविवार को वार्ड 42 गौतम नगर खुसीपार में अचानक कई लोग बीमार पड़ गए. एक साथ कई लोगों को उल्टी दस्त की शिकायत होने लगी. 3 मरीज गुलाबो देवी (60 वर्ष), सुमन चौहान (36 वर्ष) और सीमा जायसवाल तीनों गौतम नगर खुसीपार को सिविल अस्पताल सुपेला और 1 मरीज को सेक्टर 9 अस्पताल रेफर किया गया.Diarrhea in Gautam Nagar of Khursipar
हरकत में स्वास्थ्य विभाग: सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे. खुर्सीपार पीएसस्सी इंचार्ज डॉ. करण पंसारी, यूबीएमओ डॉ पीएम सिंह, बीईई टीओ हितेंद्र कोसरे और विजय कुमार सैजुले ने पूरे क्षेत्र का सर्वे किया. सर्वे के दौरान उल्टी और दस्त के 34 मरीजों का रजिस्ट्रेशन कर दवाई दी गई. अब तक भिलाई में डायरिया से 50 से ज्यादा लोग बीमार हैं. जिला स्वास्थ्य महकमा ने डेंगू, मलेरिया, डायरिया तथा पीलिया के मामले में भिलाई के कैंप और खुर्सीपार इलाके को सबसे ज्यादा संवेदनशील क्षेत्र के तौर पर घोषित कर रखा है.डायरिया के मरीज मिलने के बाद अब नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीम घर घर जाकर सर्वे कर रही है. मितानिन द्वारा घरों में सर्व के दौरान लोगों को उल्टी दस्त से पीड़ित देखा तव स्वास्थ्य महकमे को जानकारी दी जा रही है. आसपास के घरों में क्लोरिन टैबलेट बांटी जा रही है. उल्टी दस्त की शिकायत पर फौरन भिलाई निगम के स्वास्थ्य अमले को प्रभावित क्षेत्र में तैनात किया गया है
डायरिया फैलने के बाद साफ सफाई शुरू: डायरिया के मरीजों की पुष्टि होने के बाद नगर निगम ने पूरे क्षेत्र में साफ सफाई शुरू की. नालियों में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया गया. 315 घरों में क्लोरीन को गोली बांटी गई. साथ ही क्षेत्र में पीने के पानी का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया. बताया गया है कि अब तक 50 से ज्यादा मरीज मिले हैं, जिसमें उल्टी दस्त के 6, दस्त के 26 मरीज और बुखार के 2 मरीज शामिल हैं.Diarrhea In Bhilai
डायरिया के तीन मरीज अस्पताल में भर्ती है. गौतम नगर में उल्टी-दस्त के मरीजे मिले हैं. ओआरएस का घोल पिए, ज्यादा परेशानी आने पर नजदीकी अस्पताल में दिखाएं - डॉ. स्वामी देव भूपेन्द्र, लाल बहादुर शास्त्री चिकित्सालय, सुपेला
डायरिया से ऐसे करें बचाव: डायरिया का मुख्य कारण पानी है. ऐसे में पीने के लिए साफ पानी का ही इस्तेमाल करें. सबसे अच्छा रहेगा यदि उबाल कर पानी पिया जाए. बाहर का खुले में रखा खाना खाने से बचें. डायरिया होने पर शरीर में पानी की कमी हो जाती है. ऐसे में ओआरएस का घोल बार बार पीते रहे और तुरंत अपने नजदीकी अस्पताल जाएं.