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VIDEO: CM भूपेश बघेल के गृह जिले में कोरोना मरीज की मौत, ऑक्सीजन के लिए तड़पता रहा पेशेंट

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के गृह जिले दुर्ग में कोरोना मरीज की ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण मौत हो गई. दुर्ग जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या 3 हजार 695 से ऊपर पहुंच चुकी है, लेकिन अब तक स्वास्थ्य विभाग कोरोना को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहा है.

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CM भूपेश बघेल के गृह जिले में कोरोना मरीज की मौत
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Published : Sep 4, 2020, 8:33 PM IST

Updated : Sep 4, 2020, 9:05 PM IST

दुर्ग: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के गृह जिले दुर्ग में कोरोना मरीज की ऑक्सीजन नहीं मिलने से मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक मरीज भिलाई के शंकराचार्य कोविड-19 अस्पताल में भर्ती था, जो इलाज और ऑक्सीजन के लिए कराहता रहा, लेकिन मरीज को न इलाज नसीब हुआ न ही ऑक्सीजन मिला. जिसकी वजह से कोरोना मरीज की तड़प-तड़पकर मौत हो गई.

CM भूपेश बघेल के गृह जिले में कोरोना मरीज की मौत

कोरोना मरीजों के लिए अस्पताल में ऑक्सीजन कक्ष बनाया गया है. जहां अति गम्भीर मरीजों को रखा जाता है, जिसे कोविड के लिए विशेष रूप से बनाया गया है. यहां गुरूवार को मरीज तड़पता रहा, लेकिन उसे ऑक्सीजन नहीं दिया गया. सीएम भूपेश बघेल के गृह जिले की हालत बेहद खराब है, लेकिन यहां के जिम्मेदारों में इंसानियत नहीं जाग रही है. इतना ही नहीं मरीज बिना चादर के बेड पर तड़प रहा था, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है.

छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्री ने कहा- 'सीएम भूपेश से सीख लें पीएम मोदी'

मरीज को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी

वीडियो वायरल होने के बाद मीडिया ने जब मामले की जानकारी ली, तो मरीज को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. इसके साथ ही खांसी की भी शिकायत थी. मरीज कोविड-19 के साथ-साथ दूसरी बीमारियों से भी पीडि़त था. मरीज को विशेषज्ञों की देख-रेख में रखा गया था. वहीं जिम्मेदारों से मामले की जानकारी ली गई, तो गोलमोल जवाब मिला.

पिन खराब होने की वजह से मरीजों को नहीं मिला ऑक्सीजन !

यह सबसे अधिक हैरान करने वाली बात है कि यहां के जिम्मेदार बता रहे हैं मरीज बार-बार ऑक्सीजन मास्क को हटा रहा था, जबकि वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि उसे ऑक्सीजन का मास्क नसीब नहीं हुआ, जिस किसी अज्ञात व्यक्ति ने यह वीडियो बनाया वह बार-बार कह भी रहा था कि यहां गहन चिकित्सा कक्ष में मौजूद सारे लोगों को ऑक्सीजन की सख्त जरूरत है, लेकिन पिन खराब होने की वजह से दिक्कत हो रही है.

भगवान भरोसे चल रहा इलाज

बहरहाल, कलेक्टर ने मामले को संज्ञान में लिया है. जांच की बात भी कही जा रही है, लेकिन सरकार की नजरों में जान की क्या कीमत है. ये इस वीडियो में साफ दिख रहा है, जिस जिले का कलेक्टर खुद डॉक्टर हो उस जिले के ऐसे हालातों का भगवान ही मालिक है. बता दें कि दुर्ग जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या 3 हजार 695 के ऊपर पहुंच चुकी है. इसी के तहत कई लोगों की मौत भी हो चुकी है, लेकिन अब तक स्वास्थ्य विभाग कोरोना को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहा है.

दुर्ग: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के गृह जिले दुर्ग में कोरोना मरीज की ऑक्सीजन नहीं मिलने से मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक मरीज भिलाई के शंकराचार्य कोविड-19 अस्पताल में भर्ती था, जो इलाज और ऑक्सीजन के लिए कराहता रहा, लेकिन मरीज को न इलाज नसीब हुआ न ही ऑक्सीजन मिला. जिसकी वजह से कोरोना मरीज की तड़प-तड़पकर मौत हो गई.

CM भूपेश बघेल के गृह जिले में कोरोना मरीज की मौत

कोरोना मरीजों के लिए अस्पताल में ऑक्सीजन कक्ष बनाया गया है. जहां अति गम्भीर मरीजों को रखा जाता है, जिसे कोविड के लिए विशेष रूप से बनाया गया है. यहां गुरूवार को मरीज तड़पता रहा, लेकिन उसे ऑक्सीजन नहीं दिया गया. सीएम भूपेश बघेल के गृह जिले की हालत बेहद खराब है, लेकिन यहां के जिम्मेदारों में इंसानियत नहीं जाग रही है. इतना ही नहीं मरीज बिना चादर के बेड पर तड़प रहा था, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है.

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मरीज को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी

वीडियो वायरल होने के बाद मीडिया ने जब मामले की जानकारी ली, तो मरीज को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. इसके साथ ही खांसी की भी शिकायत थी. मरीज कोविड-19 के साथ-साथ दूसरी बीमारियों से भी पीडि़त था. मरीज को विशेषज्ञों की देख-रेख में रखा गया था. वहीं जिम्मेदारों से मामले की जानकारी ली गई, तो गोलमोल जवाब मिला.

पिन खराब होने की वजह से मरीजों को नहीं मिला ऑक्सीजन !

यह सबसे अधिक हैरान करने वाली बात है कि यहां के जिम्मेदार बता रहे हैं मरीज बार-बार ऑक्सीजन मास्क को हटा रहा था, जबकि वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि उसे ऑक्सीजन का मास्क नसीब नहीं हुआ, जिस किसी अज्ञात व्यक्ति ने यह वीडियो बनाया वह बार-बार कह भी रहा था कि यहां गहन चिकित्सा कक्ष में मौजूद सारे लोगों को ऑक्सीजन की सख्त जरूरत है, लेकिन पिन खराब होने की वजह से दिक्कत हो रही है.

भगवान भरोसे चल रहा इलाज

बहरहाल, कलेक्टर ने मामले को संज्ञान में लिया है. जांच की बात भी कही जा रही है, लेकिन सरकार की नजरों में जान की क्या कीमत है. ये इस वीडियो में साफ दिख रहा है, जिस जिले का कलेक्टर खुद डॉक्टर हो उस जिले के ऐसे हालातों का भगवान ही मालिक है. बता दें कि दुर्ग जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या 3 हजार 695 के ऊपर पहुंच चुकी है. इसी के तहत कई लोगों की मौत भी हो चुकी है, लेकिन अब तक स्वास्थ्य विभाग कोरोना को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहा है.

Last Updated : Sep 4, 2020, 9:05 PM IST
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