ETV Bharat / state

NEET क्वॉलीफाई कर चुके छात्रों के एडमिशन पर बोले सीएम बघेल, सरकार करेगी मदद

author img

By

Published : Dec 2, 2020, 7:06 PM IST

दंतेवाड़ा के 27 छात्र-छात्राएं नीट क्वॉलीफाई करने के बाद भी काउंसिलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं करा पा रहे थे. इस पर सीएम बघेल ने उनका एडमिशन निजी कॉलेज में करवाने का आदेश दिया है. इसका सारा खर्च राज्य सरकार उठाएगी.

Chief Minister Bhupesh Baghel
राज्य सरकार करेगी मदद

दुर्ग/रायपुर: दंतेवाड़ा के कई बच्चे नेटवर्क की परेशानी की वजह से NEET क्वॉलीफाई करने के बाद भी काउंसिलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं करा सके थे. दंतेवाड़ा जिले के 27 होनहार छात्र-छात्राओं ने नीट क्वॉलीफाई किया था. लेकिन उनका रजिस्ट्रेशन काउंसिलिंग के लिए नहीं हो सका था. राज्य सरकार ऐसे बच्चों का एडमिशन निजी मेडिकल कॉलेज में पेमेंट सीट पर करा रही है. इस संबंध में सीएम भूपेश बघेल ने भिलाई और रायपुर में मीडिया के सवालों का जवाब दिया. सीएम भूपेश बघेल ने कहा है कि किसी के साथ गलत न हो इसलिए ये फैसला लिया गया है.

राज्य सरकार करेगी मदद

पढें: 24 घंटे में खबर का असर, आदिवासी बेटियों को डॉक्टर बनाएगी छत्तीसगढ़ सरकार

सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि किसी वजह से बच्चे काउंसिलिंग में शामिल नहीं हो पाए थे. सीएम ने कहा कि खासतौर पर बस्तर के बच्चे मुश्किल से पढ़ पाते हैं. किसी के साथ गलत न हो इसलिए ये फैसला लिया गया है.

एडमिशन पर बोले सीएम

सीएम ने दिए जिला प्रशासन को निर्देश

छत्तीसगढ़ सरकार ने आदिवासी छात्रों के लिए अच्छा कदम उठाया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि जो बच्चे NEET क्वॉलीफाई करके भी काउंसिलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं करा सके, उनका एडमिशन निजी मेडिकल कॉलेज में पेमेंट सीट पर कराने के लिए जरूरी कार्रवाई की जाए. छत्तीसगढ़ बनने के बाद ऐसा पहली बार है जब एमबीबीएस के लिए निजी कॉलेजों के पेमेंट सीट पर बच्चों के एडमिशन का खर्च राज्य सरकार उठाएगी.

यह भी पढ़ें: NEET की काउंसिलिंग में शामिल नहीं हो पाए बच्चे तो नाराज हुआ आदिवासी समाज, दी चेतावनी

सीएम भूपेश बघेल ने ये भी निर्देश दिया है कि इनमें से कोई भी छात्र अगर कट ऑफ के बाद एडमिशन के लिए पात्र पाया जाता है, तो उन्हें भी निजी कॉलेजों की पेमेंट सीट पर दाखिला दिलाया जाएगा और इसका खर्च सरकार वहन करेगी. छत्तीसगढ़ बनने के बाद ऐसा पहली बार है कि एमबीबीएस के लिए निजी कॉलेजों की पेमेंट सीट पर बच्चों को राज्य सरकार के खर्च पर दाखिला दिलाया जाएगा.

दुर्ग/रायपुर: दंतेवाड़ा के कई बच्चे नेटवर्क की परेशानी की वजह से NEET क्वॉलीफाई करने के बाद भी काउंसिलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं करा सके थे. दंतेवाड़ा जिले के 27 होनहार छात्र-छात्राओं ने नीट क्वॉलीफाई किया था. लेकिन उनका रजिस्ट्रेशन काउंसिलिंग के लिए नहीं हो सका था. राज्य सरकार ऐसे बच्चों का एडमिशन निजी मेडिकल कॉलेज में पेमेंट सीट पर करा रही है. इस संबंध में सीएम भूपेश बघेल ने भिलाई और रायपुर में मीडिया के सवालों का जवाब दिया. सीएम भूपेश बघेल ने कहा है कि किसी के साथ गलत न हो इसलिए ये फैसला लिया गया है.

राज्य सरकार करेगी मदद

पढें: 24 घंटे में खबर का असर, आदिवासी बेटियों को डॉक्टर बनाएगी छत्तीसगढ़ सरकार

सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि किसी वजह से बच्चे काउंसिलिंग में शामिल नहीं हो पाए थे. सीएम ने कहा कि खासतौर पर बस्तर के बच्चे मुश्किल से पढ़ पाते हैं. किसी के साथ गलत न हो इसलिए ये फैसला लिया गया है.

एडमिशन पर बोले सीएम

सीएम ने दिए जिला प्रशासन को निर्देश

छत्तीसगढ़ सरकार ने आदिवासी छात्रों के लिए अच्छा कदम उठाया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि जो बच्चे NEET क्वॉलीफाई करके भी काउंसिलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं करा सके, उनका एडमिशन निजी मेडिकल कॉलेज में पेमेंट सीट पर कराने के लिए जरूरी कार्रवाई की जाए. छत्तीसगढ़ बनने के बाद ऐसा पहली बार है जब एमबीबीएस के लिए निजी कॉलेजों के पेमेंट सीट पर बच्चों के एडमिशन का खर्च राज्य सरकार उठाएगी.

यह भी पढ़ें: NEET की काउंसिलिंग में शामिल नहीं हो पाए बच्चे तो नाराज हुआ आदिवासी समाज, दी चेतावनी

सीएम भूपेश बघेल ने ये भी निर्देश दिया है कि इनमें से कोई भी छात्र अगर कट ऑफ के बाद एडमिशन के लिए पात्र पाया जाता है, तो उन्हें भी निजी कॉलेजों की पेमेंट सीट पर दाखिला दिलाया जाएगा और इसका खर्च सरकार वहन करेगी. छत्तीसगढ़ बनने के बाद ऐसा पहली बार है कि एमबीबीएस के लिए निजी कॉलेजों की पेमेंट सीट पर बच्चों को राज्य सरकार के खर्च पर दाखिला दिलाया जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.